सुलतानपुर। जनपद में लोकतांत्रिक पत्रकार संघर्ष मंच का गठन किया गया।
निर्णय लिया गया कि सदस्यों की संख्या सैकड़ा पार करने के बाद चुनाव के
माध्यम से ही अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों का चयन किया जाएगा। इसके बाद
ब्लाक स्तर पर भी संगठन का विस्तार कर यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
पिछले तीन दिनों से जनपद में तथाकथित रूप से सक्रिय कुछ पत्रकार संगठनों
की कार्यशैली को देखकर अधिकांश बुद्धिजीवी पत्रकारों को गहरा आघात पहुंचा
है। शनिवार को पत्रकारों के समूह ने एक बैठक किया। जिसमें चर्चा की गयी
कि तमाम पत्रकार संगठन होने के बावजूद जनपद में एक भी पत्रकार संगठन
पत्रकारों के मान सम्मान की लड़ाई न लड़कर पत्रकारों की जड़ खोद रहा है।
संगठनों के स्वयंभू पदाधिकारियो ंने अपना प्रोटोकाल बनाये रखने के लिए
पत्रकार हितों का लबादा ओढ़ रखा है। इन परिस्थितियों में पत्रकारों के एक
ऐसे संगठन की आवश्यकता है जो लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास रखता हो,
क्योंकि अजीब पत्रकार नेताओं की जमात है कि वह पत्रकार हित के बजाय
अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाना पसन्द करते हैं। विचार विमर्श के बाद
सुलतानपुर लोकतांत्रिक पत्रकार संघर्ष मंच का गठन किया गया। पहले ही दिन
18 सदस्य बनाये गये। लक्ष्य है कि सौ से अधिक सदस्य संख्या होने के बाद
लोकतांत्रिक व्यवस्था यानि मताधिकार के जरिए अध्यक्ष सहित सभी
पदाधिकारियों का चयन बहुत जल्द प्रेस क्लब में किया जाएगा। उन्हीं
पत्रकारों को सदस्य बनाया जाएगा जो सूचना विभाग में समाचारपत्रों के
अधिकृत प्रतिनिधि होंगे या फिर किसी समाचारपत्र के ब्यूरो प्रमुख द्वारा
अधिकृत किए गए होंगे। सदस्यों ने कहा कि इस संगठन के पदाधिकारी सेलेक्टेड
नहीं इलेक्टेड होंगे। इस मौके पर पत्रकार जेपी तिवारी, आसिफ बेग, अंकित
राय, विष्णु दूबे,राहुल तिवारी, प्रदीप पाण्डेय, अनमोल बरनवाल, अभयराज
वर्मा, अमन वर्मा, अनिल राज, आशुतोष झा, विवेक शर्मा, दीपक मिश्र,
शिवकुमार यादव, अंकित सिंह, विमल कुमार दूबे, अंजना श्रीवास्तव, महेन्द्र
सोनी, दुर्गेश श्रीवास्तव, जय कुमार पाण्डेय, कफील अहमद, रवि दूबे, मो0
मुस्लिम, दुर्गाप्रसाद निषाद आदि मौजूद रहे।