अमन वर्मा

सुलतानपुर। पैमाइश के नाम पर काश्तकार से पांच हजार की रिश्वत लेना
लेखपाल को मंहगा पड़ सकता है । सोशल मीडिया पर लेखपाल की घूसखोरी का
वीडियो वायरल हो जाने के बाद पिछले दिनों लम्भुआ में एक एक लेखपाल और
रजिस्ट्रार कानूनगो को निलम्बित कर दिया गया था । फिर भी सोशल मीडिया की
मार से तनिक भी विचलित न होकर बल्दीराय तहसील के लेखपाल द्वारा रिश्वत
लेने का दुस्साहस कर लिया। मिली जानकारी के मुताबिक लेखपाल ने यह रिश्वत
लेखपाल ने अपने व कानूनगो के नाम पर नाप जोख शुरू होने के पहले ही पीड़ित
पक्ष से ले लिया था । लेखपाल द्वारा मांगी जा रही पूरी रकम न पाने पर
सीमांकन भी ढंग से नहीं किया गया ।

मामला बल्दीराय तहसील क्षेत्र के पीरो सरैया गांव से जुड़ा है । जहां के
रहने वाले मो0 जिबराइल ने अपने गाटे की जमीन के सीमांकन के लिए एसडीएम के
यहां आवेदन किया है । जिसके क्रम में जब हल्का लेखपाल बिहारीलाल नाप-जोख
करने जाने लगे तो पहले ही पीड़ित पक्ष को बुलाकर सीमांकन शुल्क के नाम पर
पांच हजार की रिश्वत ले लिए । लेखपाल के इस खेल की किसी ने वीडियो भी बना
ली थी । जिसमें लेखपाल ने यह रूपये अपने व कानूनगो के नाम पर लिया था ।
आरोप है कि न जानकारी की वजह से मोहम्मद जिबराइल ने पांच हजार रूपए
लेखपाल को दे दिए और उसके बाद नाप जोख भी हुई । फिल्हाल लेखपाल बिहारीलाल
ने सही नाप-जोख भी नहीं करायी बल्कि कुछ दिनों पूर्व हो चुकी पैमाइश से
भिन्न नाप जोख उनके ही जरिए किए गए सीमांकन के दौरान उतरी । नाप-जोख हो
जाने के बाद जब जिबराइलज ने शुल्क के विषय में पता लगाया तो उसे मालूम
हुआ कि लेखपाल ने सीमांकन शुल्क के नाम पर गलत ढंग से उससे रिश्वत ली है
। लेखपाल से जब इस सम्बन्ध में पीड़ित ने वार्ता की तो उन्होंने बाबत
शिकायत करने पर उसके गाटे की नाप जोख पक्की पैमाइश के दौरान और गलत कर
देने की धमकी दी । इसी दबाव में कई दिनोंु तक मोहम्मद जिबराइल पक्ष इस
बात को दबाए रखा । फिलहाल शुक्रवार को यह वीडियो सामने आया तो लेखपाल
बिहारीलाल की करतूत सामने आ गयी । इस सम्बन्ध में आरोपी लेखपाल से बात की
गयी तो वह स्वयं को बेकसूर बताने । वहीं इस सम्बन्ध में एसडीएम का पक्ष
जानने का प्रयास किया गया किन्तु सम्पर्क नहीं हो सका ।