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अमरीका-चीन के बीच छिड़े ट्रेड वॉर से हिले दुनिया के शेयर बाज़ार

भारतीय निवेशकों के 1.56 लाख करोड़ रुपये डूबे, निफ़्टी 10 हज़ार पॉइंट के नीचे बंद

अमेरिका और चीन के बीच छिड़े ट्रेड वॉर ने दुनियाभर के शेयर बाजारों को हिला कर रख दिया है. एशियाई बाजारों में भारी गिरावट के बाद अब भारत के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी भी लुढ़क गए. शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 410 अंक गिरकर 32596 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी इस साल पहली बार 10 हजार के नीचे बंद हुआ. निफ्टी 117 अंक की कमजोरी के साथ 9,998 के स्तर पर क्लोज हुआ. आपको बता दें कि इस गिरावट में भारतीय निवेशकों के 1.56 लाख करोड़ रुपये डुबो दिए.

अमेरिका में चीन से आने वाले प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी लगाई गई है. अगर आसान शब्दों में समझें तो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से अमेरिका पहुंचने वाले सामान पर टैक्स लगाया है. इससे अमेरिका में चीन का सामान महंगा हो जाएगा और अमेरिका का सामान सस्ता रहेगा. लिहाजा चीन को नुकसान होगा. इस फैसले के बाद दुनियाभर के बाजारों समेत एशियाई बाजारों में गिरावट देखने को मिली. अमेरिका-एशिया के बाजारों में भारी गिरावट आ गई. इन्हीं संकेतों के चलतेशुक्रवार को भारतीय बाजार भी लुढ़क गए.

अमेरिका और चीन में छिड़ी जंग के चलते निवेशकों के 1.56 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गए. गुरुवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,40,87,911.54 करोड़ रुपए थी. वहीं, वहीं शुक्रवार को यह 1,39,31,269 करोड़ रुपये रह गई. इस लिहाज से निवेशकों को कुछ ही घंटों के दौरान 1.56 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

सुंदरम म्युचुअल फंड के सुनील सुब्रमणियम का कहना है कि मिडकैप और स्मॉलकैप फंड में हल्की गिरावट देखने को मिली है, लेकिन इस सेक्टर में ज्यादा गिरावट की संभावनाएं कम है. ऐेसे में निवेशकों को सलाह होगी कि वह लंबी अवधि का नजरिया रख म्युचुअल फंड में एसआईपी जारी रखें. इनॉक वेंचर्स के विजय चोपड़ा का कहना है कि बाजार में मौजूदा स्तर से और भी गिरावट की संभावनाएं बनी हुई है. निफ्टी में 200-300 प्वाइंट तक की गिरावट हो सकती है. ग्लोबल बाजार के कारण मेटल सेक्टर वेदांता, टाटा स्टील जैसे दिग्गज स्टॉक्स में गिरावट देखने को मिल सकती है. अमेरिका -चीन ट्रेड वार को देखते हुए इस सेक्टर में और भी कमजोरी दिखाई दे सकती है,जिसके चलते इसमें खरीदारी करने की राय नहीं होगी.

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