लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को राजधानी लखनऊ स्थित जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट में ईवीएम के विरोध में विपक्ष को एकजुट करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है. राजनीतिक दल इस बैठक में बैलेट पेपर से वोटिंग की मांग को लेकर आंदोलन चलाने के लिए मंथन करेंगे. वहीं गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी रणनीति तैयार की जाएगी.

बैठक में हिस्सा लेने के लिए सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की ओर से कांग्रेस, बीएसपी, रालोद, लोकदल, सीपीआई, सीपीएम समेत सभी विपक्षी दलों को बुलावा भेजा है. बीएसपी को छोड़कर सभी दलों ने इस मंथन में हिस्सा लेने का संकेत दिया है. वहीं कांग्रेस इस बैठक में भाग लेने के लिए नहीं पहुंची है.

बता दें, कि वैसे बैठक का न्यौता सभी विपक्षी दलों को अखिलेश यादव की तरफ से भेजा गया है, लेकिन उत्तर प्रदेश में दशकों बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि विपक्ष एक छत के नीचे खड़ा दिखाई देगा.

कहा यह भी जा रहा है कि दोनों ही जगह होने वाले उपचुनाव के परिणाम 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन की स्थिति को भी साफ़ करेंगे. लिहाजा संभव है कि सभी विपक्षी दल एक ही प्रत्याशी उतारकर बीजेपी के सामने चुनौती पेश करें. अगर संपूर्ण विपक्ष एक होकर गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ता है तो बीजेपी के सामने परेशानी खड़ी हो सकती है.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद गोरखपुर और फूलपुर की सीट खाली हुई है. इन दोनों ही सीटों पर 22 मार्च से पहले चुनाव होने है. उम्मीद है कि फ़रवरी में होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ ही यहां भी उपचुनाव होंगे