लखनऊ: हज हाउस की दीवारों का रंग भगवा (ज़ाफरानी) किये जाने पर मचे बवाल के बाद हज समिति ने दीवारों पर दूसरा कलर चढ़वा दिया है | हज समिति के सचिव आर पी सिंह इस पूरे विवाद का ठीकरा कांट्रेक्टर के सर पर फोड़ दिया है | उनके अनुसार हज हाउस को ज़ाफ़रानी रंग में रंगने के सरकार की ओर से कोई आदेश नहीं दिए गए थे | ईमारत के रंग रोगन करने वाले ठेकेदार ने अपने मन से दीवारों पर ज़ाफ़रानी रंग चढ़ा दिया था जिसको बदलने के लिए ठेकेदार को फ़ौरन कहा गया और दीवारों पर आज पहले वाला रंग चढ़ा दिया गया है |

गौरतलब है कि हज हाउस की दीवारों को भगवा रंग में रंगे जाने के बाद काफी विवाद फैला और इस मुद्दे को लेकर राजनीति तेज़ हो गयी थी | सरकार के इस कदम का विपक्षी दलों और मुस्लिम संगठनों ने विरोध किया . राजनैतिक पार्टियों का आरोप था कि सरकार जानबूझकर एक धर्म विशेष की भावनाओं को उकसा रही है. हालांकि सरकार का बचाव करते हुए हज मंत्री मोहसिन रजा ने कहा, "ऐसे मामलों को तूल देने की कोई जरूरत नहीं है. केसरिया रंग ऊर्जा का प्रतीक है. अब भवन अच्छा दिख रहा है. विपक्ष के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं है लिहाजा वह ऐसे मुद्दों को उछाल रहा है."|