लखनऊ: धर्म के नाम पर देश और समाज को बाटने वाले लोगों को उनके मकसद में कभी कामयाब नहीं होने दिया जायेगा। ऐसे लोग देश के वफादार नहीं हो सकते है बल्कि देश के दुश्मन होते है। यह बातें लखनऊ के प्रेस क्लब में जमीयत उलेमा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मौलाना सैय्यद अशहद रशीदी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा लव – जिहाद, गौ रक्षा और मंदिर – मस्जिद के नाम नफरत फ़ैलाने वालो को 12 दिसम्बर को लखनऊ के रिफाहे आम क्लब में होने वाले राष्ट्रीय एकता सम्मलेन में जवाब दिया जायेगा। सम्मेलन जमीयत उलेमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैय्यद अरशद मदनी की अगुवाई में होगा।

मौलाना सय्यद अशहद रशीदी साहब ने बताया कि आजकल देश के जो हालात सामने आ रहें हैं इनका यदि गंभीरता से आंकलन किया जाये तो ये बात साफ हो जायेगी कि सांप्रदायिक्तावादीयों कि घिनौनी हरकतों के कारण एक ओर देश का अमन अमान दांव पर लगा है तो दूसरी तरफ देश आर्थिक कठिनाइयों से भी प्रभावित हो रहा है, अमन और कानून की हालात पर भरोसा है न ही न्याय की आवश्यकताओं को पूरा किया जा रहा है, धर्मनिरपेक्षता की जड़ों को खोखला करके देश को अराजकता और साम्प्रदायिकता के गहरे गढ़े में धकेलने की तैयारी की जा रही है गोडसे का मंदिर बनाया जा रहा है गांधी जी के अमन भाईचारे के नज़रिये को मिटाने का घिनौना षड्यंत्र रचा जा रहा है, अल्पसंख्यकों को मुख्य रूप से मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाकर इनके बहुत से न्यायिक संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने की चाल चली जा रही है मुस्लिम पर्सनल लॉ में हस्तक्षेप करके एक प्रकार का सिविल लॉ बनाने का रास्ता प्रशस्त्र किया जा रहा है जिससे धार्मिक रस्म और परंपरा को हानि पहुंचने का खतरा उत्पन्न हो गया है दूसरे धर्मों से जुड़े लोगों को इसका अनुमान हो रहा है, खेद का विषय ये है कि ये सब कुछ धर्म के नाम पर हो रहा है कभी गौरक्षा के नाम पर धर्म के आदर्शों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं और कभी मंदिर मस्जिद के विषय को उठाकर दिलों को बांटा जाता है कभी घर वापसी और कभी लब जिहाद जैसे मनगढ़त विषयों को बुनियाद बनाकर मानवता की लहूलुहान और हिंदुस्तानी सभ्यता और परंपरा को मिटाने का प्रयास किया जाता है जबकि विश्व का इतिहास इस बात का गवाह है कि किसी धर्म ने अपने मानने वालों को दुयैश और घृणा का पाठ नही पढ़ाया, ये सत्य है कि मानवता की सेवा ही इस धरती का सबसे सच्चा धर्म है और सबसे बड़ी प्रार्थना है इसका प्रचार करने और आम जन को इस ओर बुलाने के लिए 12 दिसंबर 2017 को लखनऊ के रिफाहे आम क्लब के मैदान में मौलाना सय्यद अशहद मदनी साहब की अगुवाई में जमियत उलमा उत्तर प्रदेश के तात्वाधान में राष्ट्रीय एकता सम्मेलन का आयोजन हो रहा है जिसके मंच पर देश के बहुत से धर्म गुरु एकत्र हो रहे हैं ताकि सब मिल जुलकर ये घोषणा करें कि देश चलेगा तो प्यार और मोहब्बत से देश में बसने वाले हर व्यक्ति जब तक अपनी पुरानी परंपरा को जीवित नही करेंगे उस समय तक देश उन्नति के मार्ग पर आगे नही बढ़ सकेगा, धर्म का दुर्पयोग करने वाले देश के दुश्मन हैं जिनकी वास्तविकता से समाज को अवगत कराना ही समय की आवश्यकता है इस सम्मेलन में पूरे प्रदेश के कोने-कोने से जमियत उलमा के कार्यकर्ता समलित होंगे सम्मेलन होंगे, ये शाम 4 बजे से आरंभ होकर रात्रि 9 बजे तक चलेगा |