लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से आज राजभवन में श्रीलंका जाने वाले पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने इंडियन फेडरेशन आॅफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी के नेतृत्व में शिष्टाचारिक भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल में गोलेश स्वामी, दिनेश पाठक एवं राजेश मिश्रा भी थे।

ज्ञातव्य हो कि कोलम्बों में 11 दिसम्बर, 2017 को श्रीलंका प्रेस एसोसिएशन के 62वें स्थापना दिवस पर आयोजित सम्मेलन में प्रतिभाग करने हेतु भारत से वरिष्ठ पत्रकारों के 23 सदस्यीय दल को आमंत्रित किया गया है। श्रीलंका जाने वाले दल में उत्तर प्रदेश के 5 वरिष्ठ पत्रकार सम्मिलित हैं। भारतीय पत्रकार दल 10 दिसम्बर, 2017 को श्रीलंका के लिए रवाना होगा तथा 16 दिसम्बर, 2017 तक वहाँ रहेगा। भारतीय पत्रकार दल श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री मैथरिपाला सीरिसेना एवं प्रधानमंत्री श्री रानिल विक्रमसिंघे से भी मुलाकात करेगा। यह दल श्रीलंका भ्रमण के साथ वहाँ के मीडिया संस्थानों के कामकाज का भी अध्ययन करेगा।

राज्यपाल ने श्रीलंका जाने वाले प्रतिनिधिमण्डल को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि श्रीलंका से भारत के पुराने संबंध हैं। पत्रकारों के दल के श्रीलंका जाने से एक नये सेतु का निर्माण होगा। बाबा साहब भीमराब आंबेडकर को दीक्षा देने वाले बौद्ध धर्मगुरूओं में से एक धर्मगुरू भदन्त प्रज्ञानन्द 13 वर्ष की उम्र में श्रीलंका से भारत आये थे। श्रीलंका की अशोक वाटिका से भारत के लोगों का विशेष लगाव है। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार के आयोजन से भारत और श्रीलंका के आपसी संबंधों में एक नया अध्याय जुडे़गा। उन्होंने प्रतिनिधिमण्डल को श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री मैथरिपाला सीरिसेना को भेंट करने के लिए अपनी पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ की स्वहस्ताक्षरित अंग्रेजी प्रति दी।