कुल्लू: हिमाचल विधानसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके दिए बयानों पर कांग्रेस नेताओं ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कुल्लू में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि इतिहास गवाह है कि हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिमाचल दानव भूमि लगती है.

कांग्रेस नेता मनोज तिवारी ने कहा कि हिमाचल का संघर्ष देवभूमि बनाम दानवभूमि का हो गया है. फैसला हिमाचल की जनता को करना है कि प्रदेश को देवभूमि मानने वाले लोगों के हवाले करना है या फिर दानवभूमि की संज्ञा देने वालों के. उन्होंने कहा कि पिछले साल आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी. इस साल नौ नवंबर को हिमाचल की जनता को निर्णय लेना है और नोटबंदी का जवाब 9 नवंबर को देना है.

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री मोदी नोटबंदी के एक फायदा बताकर देखें, जबकि मैं नोटबंदी के हजारों नुकसान गिनवा सकता हूंं. उन्होंने प्रश्र किया है कि क्या नोटबंदी से आतंकवाद समाप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी देश का एक बहुत बड़ा घोटाला है और इसके तहत मोदी ने अपने लोगों का काला धन सफेद धन में बदल दिया है. एक मैग्जीन के सर्वे ने मोदी सरकार को दुनिया में भ्रष्टाचार में नंबर-1 बताया है, जबकि दो वर्ष पहले इसी मैग्जीन ने मोदी को विश्व का मोस्ट पॉपूलर कहा था.

उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण दो फीसदी जीडीपी गिरी है और देश की करोड़ों जनता को नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार जब आएगी, तो जीएसटी को समाप्त कर दिया जाएगा और इसे सरल विधि से बनाया जाएगा. मोदी बताएं कि हिमाचल प्रदेश के लिए क्या किया है. कोई एक प्रोजेक्ट बताएं कि हिमाचल के फायदे के लिए दिया हो.

उन्होंने कहा कि हिमाचल के बाद गुजरात में झूठ और फरेब का अंत होने वाला है. गुजरात में बीजेपी जा रही है और कांग्रेस आ रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात मॉडल की बात करते हैं और बड़ी बात यह है कि गुजरात मॉडल से अच्छा मॉडल हिमाचल है. उन्होंंने कहा कि जो भाजपा चुनाव से पहले दाल और टमाटर की माला पहनकर प्रदर्शन करते थे, उस भाजपा से आज जनता दाल, टमाटर, पेट्रोल और गैस के दाम पूछ रही है.