पूर्व स्वामित्व वाले वाहनों और उपकरणों के आदान-प्रदान के लिए भारत के नंबर 1 प्लेटफॉर्म श्रीराम ऑटोमॉल इंडिया लिमिटेड (एसएएमआईएल) ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के साथ कंपनी ने बैंक के साथ अपने सहयोग की सफल शुरुआत की है और सभी प्रकार के पूर्व स्वामित्व वाले वाहनों और उपकरणों के निपटान के लिए अपने समग्र समाधान के लाभ उपलब्ध कराए हंै। इस गठबंधन के तहत, श्रीराम ऑटोमॉल पूर्व-स्वामित्व वाले वाणिज्यिक वाहनों, निर्माण उपकरण तीन पहिया और दो पहिया वाहनों सहित भारतीय स्टेट बैंक के सभी क्षेत्रों की मांग को पूरा करेगा।
इस साझेदारी के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रीराम ऑटोमाल इंडिया लिमिटेड के सीईओ श्री समीर मल्होत्रा कहते हैं, ‘भारत के अग्रणी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ सहयोग का यह पल श्रीराम ऑटोमाल में हमारे लिए बहुत गर्व की बात है। यह अपने आप में एक प्रमाण है कि पूर्व स्वामित्व वाली वाहनों और उपकरणों के अधिग्रहण और निपटान के लिए हमारी पेशेवर सेवाएं बहुत अच्छी तरह से स्वीकार कर ली गई हैं। हम खुश हैं और साथ ही साथ आश्वस्त हैं कि यह साझेदारी हम दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगी।’
स्टेट बैंक आॅफ इंडिया के डीजीएम श्री सुरेंद्र राणा कहते हैं, ‘इस सहयोग के साथ हम श्रीराम ऑटोमॉल की पूर्व-स्वामित्व वाले ऑटोमोबाइल क्षेत्र में विशेषज्ञता के माध्यम से अधिकतम लाभ हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। श्रीराम ऑटोमॉल के प्रभावी रीसेल प्लेटफाॅर्म के माध्यम से हमें अच्छा राजस्व हासिल होेने का पूरा भरोसा है।‘
इस बारे में एक अनुबंध पर मुंबई में मैडम कामा रोड, एसबीआई भवन, नरीमन प्वाइंट पर स्थित एसबीआई के काॅर्पोरेट केंद्र मंे हस्ताक्षर किए गए। अनुबंध के अनुसार एसएएमआईएल, सभी प्रकार के पूर्व स्वामित्व वाली वाहनों और उपकरणों के लिए, शारीरिक बोली, ऑनलाइन बोली-प्रक्रिया, वन-स्टाॅप वर्गीकृत कियोस्क और निजी संधि सहित अपने कई बोली-प्रक्रिया प्लेटफॉर्म को रणनीतिक रूप से समर्पित करेगा।
इस अनुबंध से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को बेहद लाभ मिलेगा क्योंकि सेवा प्रदाता प्रत्येक वाहन के बाजार मूल्य को प्रमाणित करेगा और निर्णय लेने की प्रक्रिया में पूरी तरह से सहायता करेगा। इसके अलावा, 24’ 7 पार्किंग की सुविधा से वाहनों की सुरक्षा और नवीनीकरण से उनके बाजार मूल्य में वृद्धि होगी।