नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद शरद यादव और उनके गुट को चुनाव आयोग से बड़ा झटका लगा है. आयोग ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के चुनाव चिन्ह 'तीर' पर उनकी दावेदारी को खारिज कर दिया है.

चुनाव आयोग ने कागजात के अभाव में 'तीर' पर उनकी दावेदारी को खारिज कर दिया है. आयोग के इस निर्णय के बाद जदयू नेताओं ने शरद यादव को आड़े हाथों लिया है.

जदयू के महासचिव संजय झा ने कहा कि चुनाव आयोग के इस निर्णय को लेकर हम राज्यसभा से इनकी सदस्यता खत्म करने की अपील करेंगे. उन्होंने कहा कि जदयू के चुनाव चिन्ह पर दावेदारी के लिए चुनाव आयोग में जाना यह भी दर्शाता है कि वो पार्टी लाइन के खिलाफ गए हैं और उन्होंने स्वेच्छा से पार्टी छोड़ दी है.

जदयू महासचिव ने कहा कि लालू यादव और उनके परिवार के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मौन रहने वाले शरद यादव खुद को पार्टी समझते हैं. जदयू के सभी 71 विधायक, 30 एमएलसी, 2 लोकसभा और 7 राज्यसभा सांसद के साथ-साथ पार्टी के सभी पदाधिकारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ हैं.

इधर, चुनाव आयोग में शरद यादव के दावे को खारिज करने पर जदयू प्रवक्ता सुहेली मेहता ने भी चुटकी लेते हुए कहा, 'सत्यमेव जयते'. वहीं, बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि शरद जी अब तो आप समझ गए होंगे कि आप गलत थे. चुनाव आयोग ने भी आपको सच्चाई बता दी है. अब भी मौका है राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर अपनी इज्जत बचा लीजिए.