नई दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्यारे अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं, लेकिन नेताओं की बयानबाज़ी जारी है. कर्नाटक के श्रृंगेरी से बीजेपी के एक विधायक और पूर्व मंत्री जीवराज ने गौरी लंकेश को लेकर एक विवादित बयान दिया है. चिकमंगलुरु में एक कार्यक्रम में विधायक ने कहा कि गौरी लंकेश ने अगर आरएसएस के ख़िलाफ़ नहीं लिखा होता तो आज वह ज़िंदा होतीं. बीजेपी विधायक ने कहा कि गौरी लंकेश जिस तरह लिखती थीं, वो बर्दाश्त के बाहर था.

विधायक ने बयान में कहा, हमने देखा है कि कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में कई आरएसएस कार्यकर्ताओं ने जान गंवाई है. अगर गौरी लंकेश ने आरएसएस के खिलाफ नहीं लिखा होता तो वह ज़िंदा होतीं. गौरी मेरी बहन जैसी हैं लेकिन जिस तरह उन्होंने हमारे खिलाफ़ लिखा, वो स्वीकार नहीं किया जा सकता है.' कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों से आए पार्टी कार्यकर्ताओं की मंगलुरु में बाइक रैली पर पुलिस ने रोक लगाई थी जिसके बाद जीवराज कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.

उधर, गौरी लंकेश के हत्यारों के सुराग के लिए अब एसआईटी ने आम लोगों से मदद की अपील की है. 72 घंटों बाद भी हत्यारों का सुराग न मिल पाने के चलते पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस ने कहा है कि अगर कोई भी जानकारी हो तो पुलिस को बताएं. इस बीच गौरी की मां ने एक अंग्रेजी दैनिक को दिए बयान में कहा है कि गौरी ने 2 सितंबर को अपनी बहन कविता से अपने घर के आस पास कुछ अनजान लोगों को घूमते हुए देखा था लेकिन उनसे किसी तरह के खतरे की ज़िक्र नहीं किया. गौरी लंकेश के घर और आसपास की इमारतों के सीसीटीवी फ़ुटेज से आरोपियों की पहचान में जुटी पुलिस ने अब लोगों से मदद की अपील की है.