सुलतानपुर। पीडब्लूडी कर्मचारी जैसराज हत्याकांड का खुलासा करने के लिए शिक्षक नेताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। नेताओं ने कहा कि नवागत कप्तान को समझने का मौका भी देंगे। हालाकि पुलिस के हाथ इस मामले में कई अहम सुराग भी लगे है।

शिक्षक श्यामलाल निषाद ने जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा कि 30 मई 2017 को पीडब्ल्यूडी कर्मचारी जैसराज गौतम की ’दौरान कार्यरत’ हत्या कर दी गयी थी। अभी तक हत्या का खुलासा कर दोषियों की गिरफ्तारी में विफलता पुलिस तंत्र की कार्य प्रणाली पर संदेह पैदा कर रही है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाते हुए मृतक की पत्नी पीड़िता प्रेमा देवी अपने निवास से 60 किमी0 दूर उ0प्रा0वि0 में सहायक अध्यापिका के पद पर कार्यरत का यथा सम्भव निवास स्थान के आस-पास स्थानान्तरण न किया जाना मानवीय संवेदनशीलता एवं शासन की अनुकम्पा की नीति के विरूद्ध है।

शिक्षक नेता श्यामलाल निषाद ने कहा कि विपरीत मौसम के बावजूद आज डीएम को दिये जाने वाले ज्ञापन में शामिल समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों, कर्मचारियों को देखकर प्रशासन को अन्दाजा लगा लेना चाहिए कि जनपदीय पुलिस की दुषित कार्य प्रणाली के प्रति समाज के सभी वर्गों में जनाक्रोश बढ़ रहा है। वह लोग जनपदीय पुलिस के खिलाफ जनान्दोलन की शुरूआत करना चाहते थे, किन्तु जनपद के पिलस कप्तान आज ही कार्यभार ग्रहण कर रहे हैं। इसलिए अभी कुछ दिन धैर्य पूर्वक उनकी कार्य प्रणाली पर नजर रखने का निर्णय लिया गया है। ज्ञापन देने वालों में रविकान्त निषाद, प्रधान योगेश निषाद, बलराम, दान बहादुर निषाद, डॉ. सुभाष गौतम, राज कुमार गौतम, सुखराज भारती, नन्दलाल गौतम, कुलदीप गौतम, सुनील कुमार, गंगादीन, प्रेमा देवी(पीड़िता), साहबदीन, देवतादीन निषाद, सुभाषचन्द्र, दीपक सिंह, डॉ. पल्लवी तिवारी, गौरी सिंह, पूनम सिंह, अजय कुमार, जगमोहन यादव, चन्द्रकान्त यादव, नीमरदास, प्रदीप कुमार, गोविन्द, मुन्नालाल, राजकरन आदि रहे।

प्रापर्टी डीलर और उसके बेटे की गिरफ्तारी के लिए दी गयी दबिश, नाबालिग का नही सुराग

सुलतानपुर। नाबालिग के लड़की अपहरण मामले में पुलिस सक्रिय हो गयी है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ छापे मारे। पुलिस ने पूछताछ के लिए तीन युवकों को हिरासत में लिया, लेकिन कोई सुराग नही मिलने पर उन्हे छोड़ दिया गया।

मामला कोतवाली नगर के ताजपुर गांव का है। यहां के रहने वाले रसीद की 15 वर्षीय बेटी गुलनाज (दोनों काल्पनिक नाम) गायब हो गयी थी। काफी खोजबीन के बाद बहादुरपुर के रहने वाले प्रापर्टी डीलर मोलई और उसके बेटे कल्लू की संलिप्तता सामने आयी थी। पुलिस ने प्रापर्टी डीलर समेत अन्य आरोपियों के विरूद्ध नाबालिग के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था। बुधवार की शाम कोतवाली पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया था, लेकिन कोई सुराग नही मिलने पर उन्हे छोड़ दिया गया। हालाकि घर वालों ने लड़की की हत्या की आशंका जताई है। गुलनाज के चाचा के मुताबिक आरोपी दबंग है। जल्दी बरामदगी न की गयी तो गुलनाज की हत्या भी कर सकते है।

सिफारिस करने वाले की पिटायी

अपहरण मामले में गभाड़िया चौकी पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लिया तो एक युवक उन्हे छुड़ाने के लिए पहुंच गया। युवक ने अपने को सत्ता पक्ष का एक विधायक का करीबी बताना शुरू किया। इसे देख लड़की के परिजनों में आक्रोश हो गया और युवक की पिटायी कर दी।

जल्द बरामद हो जाएगी लड़की

कोतवाल चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि गुलनाज को जल्द से जल्द बरामद कर लिया जाएगा। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गयी है।

जालसाजी मामले में दागी दरोगा कर रहा लीपापोती, पीड़ित पहुंचा सीओ दफ्तर

सुलतानपुर। हत्या और डकैती के मामले में लाइन हाजिर हुए दरोगा जालसाजी के प्रकरण में हीलाहवाली कर रहा है। मंशा भाप मुकदमा वादी ने सीओ से मुलाकात कर कार्यवाही की मांग किया। प्रकरण कानूनगों का होने के चलते गिरफ्तारी नही किए जाने का भी आरोप लगाया गया।

कुड़वार थाना क्षेत्र के हसनपुर निवासी इंद्रजीत ने जयसिंहपुर तहसील में तैनात रजिस्टार कानूनगों अतुल पाल और उनके भाइयों पर धोखा-धड़ी और गम्भीर धाराओं में साक्ष्यों के साथ मुकदमा दर्ज कराया था। कई दिन बीत जाने के बावजूद भी अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नही की गयी। सूत्रों के मुताबिक चौकी प्रभारी अमित ने आरोपियों से साठ-गाठ कर मामले को झूठा दिखाने की साजिश रच ली है। इसकी भनक लगते ही गुरूवार को इंद्रजीत ने सीओ सिटी योगेन्द्र सिंह से निष्पक्ष कार्यवाही करने और विवेचना दूसरे दरोगा से कराए जाने की मांग किया। मामले को गम्भीरता से लेते हुए सीओ ने कार्यवाही का आश्वासन पीड़ित को दिया।

क्राइम कंट्रोल में विफल रहने पर नपे थे दरोगा

सीताकुंड चौकी प्रभारी अमित के क्षेत्र में पीडब्लूडी कर्मचारी और गैंगरेप समेत चार हत्याओं को काबू नही कर पाने की वजह से एसपी रोहन पी कनय ने उन्हे लाइन हाजिर कर दिया था। दावा किया जा रहा है कि डयूटी के बजाय वह सेटिंग में लगे रहते है। इसी वजह से इनके चौकी क्षेत्र में अपराधों की झड़ी लग गयी थी। सीओ योगेन्द्र सिंह ने बताया कि जालसाजी के मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।