सुलतानपुर। युवक की हत्या कर लाश भट्ठा में झोकने के आरोपी ने पुलिस को
चकमा देकर आत्मसमर्पण कर दिया। आरोपी को पकड़वाने के लिए पीड़ित
अधिकारियांे के दफ्तर का चक्कर लगाता रहा।

कुड़वार थाना क्षेत्र के सोहगौली गांव निवासी वीरेन्द्र पाठक का बेटा
21 वर्षीय संदीप बीते 19 अपै्रल की दोपहर अपनी माॅ चंद्रवती को मित्र से
मिलने को बताकर घर से निकला था। 19 अपै्रल की रात में ही संदीप का
मोेबाइल स्विच आफ हो गया। दूसरे दिन संदीप की तलाश की गयी, लेकिन उसका
कुछ पता नही चला। 27 अप्रैल को तत्कालीन सीओ मुकेश मिश्र ने डाग
स्क्वाॅयड व दो थाने की पुलिस के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया था।
भट्ठा मजदूरों से बयान के बाद पुलिस को पता चला कि संदीप की हत्या कर लाश
भट्ठे में डाल दी गयी। पुलिस ने नामजद तोसु मिश्रा व गोलू मिश्रा का नाम
प्रकाश में लाते हुए धारा बढ़ा दी। सोमवार को संदीप का बाप वीरेन्द्र सुबह
से ही तोसु मिश्रा को गिरफ्तार कराने के लिए लगा रहा। उसने पुलिस को यह
भी बताया कि तोसु दीवानी पहुंच गया है। बावजूद इसके उसकी गिरफ्तारी नही
हो सकी। पुलिस को चकमा देकर तोसु ने दूसरे मामले में आत्मसमर्पण कर दिया।
कुड़वार एसओ का कहना है कि अन्य आरोपियो को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

भूमाफिया को फायदा पहुंचाने के लिए लेखपाल ने भेज दी भ्रामक रिपोर्ट
सुलतानपुर। योगी सरकार एक तरफ जहां भूमाफियाओं पर शिकंजा कस रही है, वही
राजस्वकर्मी भूमाफियाओं को फायदा पहुंचाने में कोई कसर नही छोड़ रहे। ऐसा
ही एक मामला शहर के करौंदिया मोहल्ले का उजागर हुआ है।

पिछले दिनों सदर तहसील के हसनपुर निवासी इंद्रजीत ने पिछले दिनों
जिलाधिकारी को पत्र देकर आरोप लगाया था कि जयसिंहपुर तहसील में तैनात
कानूनगों अतुल पाल का शहर के बढैयावीर मोहल्ले में घर है। यहां पर
कानूनगों और उनके परिवारी जनों ने रेलवे और सरकारी जमीनों पर कब्जा कर
रखा है। कार्यवाही के बजाय लेखपाल ने भ्रामक रिपोर्ट डीएम को भेज दी।
झूठी रिपोर्ट भेजने की शिकायत उपजिलाधिकारी से की गयी है। जिसमें कहा गया
है कि अभिलेखों में अंकित तथ्यों को छिपाकर साजिश के तहत मंनगढ़न्त
रिपोर्ट भेजी गयी है। रिपोर्ट में गाटा संख्या 647 मि. का जिक्र किया गया
है। राजस्व रिकार्ड में 647 मि. न होकर 647/1, 647/3 अंकित है। 647/2 का
प्रेषित रिपोर्ट में जिक्र न हो इसलिए 647 मि. प्रेषित किया गया है।
राजस्व रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ की गयी है। राजस्व अभिलेखों में इस नम्बर
का रकबा 4 बीघा 14 विस्वा रेल जमीन के रूप में अंकित है। एसडीएम ने मामले
को गम्भीरता से लेते हुए जांच कराए जाने की बात कही है।