लखनऊ: महाशिवरात्रि में एक साथ 12 ज्योतिर्लिंग का रुद्राभिषेक 21 परिवारों (यजमान) द्वारा भव्य तरीके से किया जाएगा। सदर बाजार स्थित शिवालय द्वादश ज्योतिर्लिंग धाम में इसी मौके पर पहली बार भजनों की हाउजी खेली जाएगी। धाम परिसर में दो दिन तक श्रद्धा भाव से कार्यक्रम होंगे। यह जानकारी शिवालय सेवा एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राजेश चंद्र अग्रवाल ने समिति की बैठक में दी।

समिति के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता व अध्यक्ष राजेश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि 23 फरवरी की सुबह छह बजे से 24 घंटे के तक ऊँ नमः शिवाय का जाप भक्तों व धाम के पुजारियों द्वारा किया जाएगा। यहां 12 ज्योतिर्लिंग का बिठूर के गंगाजल से रुद्राभिषेक मंदिर के वरिष्ठ पुजारी चिंतामणि व अशोक कुमार गौड़ (मंगलू पाधा) की टीम द्वारा 23 फरवरी की देर रात दो बजे से 24 फरवरी की सुबह छह बजे तक किया जाएगा।
समिति के महामंत्री आलोक सिंघल व कार्यक्रम संयोजक शरद अग्रवाल ने बताया कि रुद्राभिषेक के बाद 24 फरवरी की सुबह छह बजे से दोपहर 3:30 बजे तक भक्त दर्शन कर सकेंगे। दोपहर 3:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद रहेंगे। इस बीच 56 परिवारों की ओर से प्रभू शिव को 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। यजमान व 56 परिवारों द्वारा आरती की जाएगी।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष अवनीश कुमार अग्रवाल व कोषाध्यक्ष अंकुर अग्रवाल ने बताया कि शंखधर बंधु (ओंकार शंखधर व आनंद शंखधर) भजनों की सुंदर प्रस्तुति देंगे। शंखधर बंधुओं द्वारा 100 भजनों के मुखड़े भी प्रस्तुत किए जाएंगे। रेनू अग्रवाल के प्रयास से पहली बार धाम में महाशिवरात्रि के मौके पर भजनों की हाउजी का रोचक खेल भक्तों द्वारा खेला जाएगा। विजेताओं को पुरस्कार दिए जाएंगे।

समिति के मंत्री दीपक गोयल ने बताया कि जिस जल से प्रभु का श्रृंगार और रुद्राभिषेक किया जाएगा, उसे नाली में व्यर्थ नहीं बहाया जाएगा। बल्कि मंदिर परिसर में वाटर हार्वेस्टिंग के जरिए सीधे भूमि में पहुंचाया जाएगा। जिससे जल स्रोत बना रहे। साथ ही जल संरक्षण हो सके।