सुलतानपुर। कमला नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान के इंजीनियरिंग के एक छात्र
की मंगलवार को गोमती नदी में डूब के मौत हो गई। साथी छात्र की मौत की
सूचना पर कॉलेज परिसर में हड़कम्प मच गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद
प्राइवेट गोताखोरों ने शव को किसी तरह नदी से बाहर निकाला।

साथियों के साथ नहाने गया था संदीप

प्रतिष्ठित कमला नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान में बीटेक तृतीय वर्ष की
मेकेनिकल की पढाई कर रहा संदीप यादव अपने कुछ साथियों के साथ पास ही में
गोमती नदी में नहाने गया था। नहाते समय अचानक संदीप गहराई में चला गया और
डूबने लगा। उसके साथी जब तक कुछ समझते संदीप डूब चुका था। उसके साथियों
ने संदीप को बचाने के लिये गुहार लगाई लेकिन आस पास सन्नाटा होने के चलते
इनका शोर कोई नही सुन सका। संदीप के डूबने की सूचना जैसे ही कॉलेज पहुंची
वहां हड़कम्प मच गया। कई छात्रों और कुछ पुलिसकर्मियों ने शव को ढूंढने
का प्रयास किया लेकिन गहराई के चलते कामयाब नही हो सके।

लेट लतीफी बनी आक्रोश की वजह

सूचना के बाद भी घंटों गोताखोर और जाल के नही पहुंचने पर छात्र आक्रोशित
हो गये। उग्र हो रहे छात्रों ने प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाते हुये
हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने पास के ही कुछ गोताखोरों की मदद
से शव को बरामद कर लिया ।

पुराना पुल भी बन सकता है बड़े हादसे की वजह

प्रशाशन की उदासीनता के चलते गोलाघाट इस्थित पुराना पुल भी हादसे को
निमंत्रण दे रहा है।जर्जर होने के बाद भी इसपर भारी वाहनों का बराबर
आना-जाना है।इस रास्ते हॉस्टल के हजारों स्कूली बच्चो का आवागमन बना रहता
है, जो किसी भी वक्त बड़ा हादसा घट सकता है, विभागीय अधिकारियों की
उदासीनता इस कदर है कि नगर पालिका-लोक निर्माण विभाग इसे एक दूसरे की
जिम्मेदारी बता पल्ला झाड़ लेते है। इतना ही नही यह छेत्र गुप्प अँधेरे
में डूबा रहता है। कस्तूरबा सेवा संस्थान के सचिव एड्वोकेट ज्ञान प्रकाश
ने कहा कि मार्ग सुरक्षित हो वो भी हाई मास्ट की रोशनी के साथ जिससे
छात्र-छात्राओं सहित महिला तीमारदारों का आना-जाना सुरक्षित हो।