लखनऊ। गीता परिवार लखनऊ के तत्वावधान में रविवार को संस्कार पथ शिविर के अन्तर्गत आदर्श विहार बु़द्धेश्वर एवं राजधानी के विभिन्न संस्कारों केन्द्रों में बसंत पंचमी मनाकर ऋतुराज बसंत का स्वागत किया गया। सभी केन्द्रों पर मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की गई साथ ही बच्चों को बताया गया कि हम बसंत पंचमी का त्यौहार क्यों और कैसे मनाते है। ऋतुराज बसंत के आगमन का स्वागत प्रकृति स्वयं करती है इस अवसर पर विद्या व ज्ञान की देवी मां सरस्वती का पूजन कर ज्ञान का आर्शीवाद मांगा जाता है। आदर्श विहार बुद्धेश्वर केन्द्र एवं आसपास के केन्द्रों में सरस्वती पूजन की धूम रही।

आदर्श विहार बु़द्धेश्वर केन्द्र पर ऋतुराज के स्वागत के लिये मुख्य अतिथि गीता परिवार के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आशु गोयल ने विद्या की देवी सरस्वती मां पर फूलमाला अर्पित कर उनकी पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम की शुरूआत की। केन्द्र प्रमुख देशराज ने मुख्य अतिथि का स्वागत नन्हे-मुन्हें बच्चों के द्वारा बनायी गयी सरस्वती की पेंटिंग भेंट की गयी। इस मौके पर देशराज ने बसंत पंचमी के त्यौहार पर बसंत पंचमी के बारे में विस्तार से बताया, इसके साथ ही ध्यान, सुविचार, मंगलस्मरण, भगवती स्तोत्र का पाठ करवाया। ममता ने गीत, बसंत से संबंधी प्रश्नोत्तरी, मैदानी खेल खिलाये। चिरंजीव ने बाल कविता एवं बैठक खेल खिलाया। प्रीति ने गीत एवं सरस्वती वंदना का पाठ करवायी। पिंकी ने देशभक्ति गीत एवं योग करवायी। कोमल पाल, शालू पाल, रीना पाल, ज्योतिमा पाल, नीरज ने विभिन्न प्रकार सांस्कृतिक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया। सभी केन्द्रों पर बच्चों ने खासतौर पर छोटे बच्चों से पूजा करवायी गयी जिससे उनको भी आरम्भ ही से अपनी परम्परा और संस्कारां का ज्ञान हो। बच्चों ने सरस्वती वंदना के साथ अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को मनमोहक ढंग से प्रस्तुत किया।