लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा हुए लगभग एक महीने बीत चुके है। भाजपा के निष्पक्ष चुनाव के लिए मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को हटाने को निवेदन पत्र कई बार चुनाव आयोग को सौंप चुकी है। किन्तु अब तक उक्त अधिकारी अपने पदों पर बने हुए है। मुख्य सचिव राहुल भटनागर और डीजीपी जावीद अहमद निर्वाचन कार्य से जुडे अधिकारियों, कर्मचारियों और पुलिस विभाग के अधिकारियों पर दबाव बनाकर निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया बाधित कर रहें है। पहले भी ये अधिकारी सत्तारूढ दल के प्रभाव मे अपने दायित्वों के निर्वहन में पक्षपात करते रहें है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के सम्मेलन में सार्वजनिक स्वीकार किया था कि मुख्य सचिव की नियुक्ति किस प्रकार से कृपापात्र बनकर होती है ऐसी परिस्थिति में कृपापात्र अधिकारियों से निष्पक्षता की अपेक्षा नही की जा सकती है। इन परिस्थितियों में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनावों के लिए इन अधिकारियों का हटना आवश्यक है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर, प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक और प्रशासनिक प्रमुख कुलदीप पति त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर मुख्य चुनाव आयुक्त से मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को पद से तत्काल हटाने की मांग की है।