लखनऊ: दलितों और व्यापारियों पर अत्याचार का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कुशासन व भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता को गुमराह करने के लिए मंच से लगातार झूठ फैला रहे हैं। सरकारी संसाधनों की लूट, कमीशनखोरी और खैरात बांटने वाली हवाहवाई योजनाओं का ऐलान करने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रवृति व कार्यशैली इस प्रदेश की जनता के लिए अभिशाप है।

प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव से सवाल किया कि अखिलेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार व भाई-भतीजावाद चलाने की खुलेआम छूट क्यों दी थी? लोक सेवा आयोग, उच्चतर शिक्षा चयन आयोग जैसी तमाम भर्ती संस्थाओं के अध्यक्षों की नियुक्ति में योग्यता को दरकिनार कर भाई-भतीजावाद क्यों चलाया गया और इन आयोगों की भर्तियों में भ्रष्टाचार कर प्रदेश के योग्य व काबिल युवाओं को नौकरी से क्यों वंचित रखा गया? ग्राम विकास अधिकारी व अन्य पदों के लिए की गई भर्तियों में जाति विशेष के अभ्यर्थियों का चयन होना क्या अखिलेश सरकार के संरक्षण में भ्रष्टाचार का सूचक नहीं है? अखिलेश सरकार को बताना होगा कि भ्रष्टाचार के कारण सरकारी नौकरियों में ‘जुगाड़’ से विशेष अभ्यर्थियों के चयन से हताश व निराश प्रदेश के प्रदेश के शिक्षित व योग्य अभ्यर्थियों के साथ हुए अन्याय पर उनकी चुप्पी क्यों है?

श्री मौर्य ने अखिलेश यादव से प्रश्न किया कि प्रदेश के लोगों को बिजली नहीं मिल रही है। शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। राजधानी के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज, जहां प्रदेश भर से लोग इलाज के लिए आते हैं, तक में चिकित्सा सुविधाओं का अकाल है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में लोग दवा व इलाज के अभाव में मर रहे हैं। रोजाना सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं, आक्सीजन सिलेंडरों की कमी से मरीजों के परेशान होने की खबरें आ रही हैं। लेकिन अखिलेश सरकार केवल अपनी सत्ता की चिंता में नाटक करती रही और लोगों का ध्यान समस्याओं से हटाने की कोशिश करती रही। सरकार की नाकामियों से त्रस्त जनता की परेशानी दूर करने के लिए अखिलेश ने पूरे कार्यकाल में कदम क्यों नहीं उठाए?
श्री मौर्य ने आगे कहा कि भाजपा ही भ्रष्टाचारमुक्त, भयमुक्त प्रदेश के निर्माण में सक्षम है ताकि दलितों, व्यापारियों और आम नागरिकों के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं रोकी जा सके। 1 लाख करोड़ के खनन घोटाले के आरोपी के क्षेत्र से विधानसभा चुनाव का आगाज भ्रष्टाचार पोषक सपा ऐजेण्डे को जनता के सामने उजागर कर चुका है। उन्होंने कहा कि जनता को खैरात नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें सुरक्षा, रोजगार और स्वाभिमान और सम्मान चाहिए। भारतीय जनता पार्टी एक मात्र ऐसे पार्टी है जो समाज के अंतिम व्यक्ति के स्वाभिमान की रक्षा करती है तथा उसे स्वावलम्बी बनाने की ओर अग्रसर है।

उन्होंने कहा कि सपा के विकास के कार्यक्रम केवल परिवार व गुंडों, दबंगों तथा सत्ता के दलालों के विकास के लिए है। अखिलेश के साढे चार साल के कार्यकाल में प्रदेश में केवल कमीशनखोरी के काम हुए, अखिलेश के काबीना मंत्री शिवपाल यादव ने इसे सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है। भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी की दुर्गन्ध वाला अधूरा एक्सप्रेस हाइवे, लैपटाप वितरण आदि से जनता का भला नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आम जनता का जीवन स्तर और सम्मान बढ़ाने वाली योजनाओं को प्रदेश में क्रियान्वित ही नहीं होने दिया। भाजपा की सरकार आएगी तो राज्य में अखिलेश द्वारा रोके गए मोदी सरकार के जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को मजबूती से लागू कर भयमुक्त वातावरण, सुशासन और पारदर्शी कार्यप्रणाली देगी।