लखनऊ: गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने साझा चुनावी रणनीति तैयार की है, इसके तहत अखिलेश यादव और राहुल गांधी संयुक्त रूप से 14 चुनाव रैलियों को संबोधित करेंगे.
साझा चुनाव प्रचार कार्यक्रम के तहत दोनों ही नेता प्रत्येक चरण में दो-दो चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे. बता दें प्रदेश में साथ चरणों में मतदान होना है.

इस बीच खबर मिल रही है कि राहुल गांधी जल्द ही लखनऊ का दौरा कर सकते हैं. लखनऊ में ही राहुल गांधी साझा चुनावी घोषणापत्र को भी जारी करेंगे.
गौरतलब है कि कांग्रेस और सपा उत्तर प्रदेश का चुनाव मिलकर लड़ रही हैं. गठबंधन के तहत सपा 298 और
उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के अखिलेश धड़े के बीच गठबंध के बावजूद बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद जिस तरह से बीजेपी को दिल्ली और बिहार में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है, वैसे में उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. मुख्यमंत्री चेहरे को सामने न लाकर एक बार फिर बीजेपी ने पीएम मोदी के चेहरे पर दांव खेला है. इसका कितना फायदा उसे इन चुनावों में मिलेगा वह 11 मार्च को सामने आ ही जाएगा.

इस बार उत्तर प्रदेश चुनावों में समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के अलावा प्रदेश की कानून व्यवस्था, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और विकास का मुद्दा प्रमुख रहने वाला है. जहां एक ओर बीजेपी और बसपा प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश सरकार को घेर रही हैं, वहीँ विपक्ष नोटबंदी के फैसले को भी चुनावी मुद्दा बना रहा है.