स्वदेशी और शुद्धता की बात करने वाली बाबा रामदेव की कपंनी पतंजलि आयुर्वेद के एक प्रोडक्ट को लेकर चौंकाने वाले मामला सामने आया है। एक उपभोक्ता ने पतंजलि के बिस्कुट में वजन कम निकलने का दावा किया। जिसके बाद उपभोक्ता ने पतंजलि बिस्कुट बनाने वाली निर्माता कंपनी औऱ पतंजलि प्रोडक्ट बेचने वाले दुकानदार पर जुर्माना लगा है। यह जुर्माना भी करीब दो लाख 60 हजार रु का है।

बताया जा रहा है कि मामला पिछले साल का है जब इंदौर के आनंद बाजार स्थित पतंजलि चिकित्सालय से कुलदीप पवार ने बिस्कुट के कई पैकेट खरीदे थे। इनमें से दो पैकेट नारियल बिस्कुट के थे। 100-100 ग्राम के पैकेट में कुलदीप पवार को वजन कम लगा तो उसने उन बिस्कुट के पैकेट का वजन चेक कराया। कुलदीप ने इस बात की शिकायत नापतौल विभाग में की जिसके बाद जांच हुई तो पहले पैकेट का वजन 92.92 ग्राम का तो दूसरे पैकेट वजन महज 86.59 ग्राम निकला।

यह बात सामने आने के बाद नापतौल विभाग ने कंपनी को नोटिस जारी किए इस मामले में जवाब मांगा लेकिन कंपनी की तरफ से कोई जवाब न मिलने पर विक्रेता ने पतंजलि चिकित्सालय और निर्माता कंपनी पर केस दर्ज कर दिया था। जिसके बाद कंपनी के लोग खुद आए औऱ अपनी गलती स्वीकारी। विभाग ने कंपनी पर 50 हजार रु और उसके चार डायरेक्टर पर 50-50 हजार रुपए और विक्रेता पर 10 हजार रुपए जुर्माना किया गया। कुल मिलकर 2 लाख 60 हजार रुपए का जुर्माना पिछले दिनों सरकारी खाते में जमा कराया गया।

बता दें कि पतंजलि के लिए यह बिस्कुट हुगली की सोना बिस्कुट लिमिटेड बनाती है। पतंजलि इसे मार्केट करती है। कार्रवाई के दौरान सोना बिस्कुट ने पैकेज संबंधी अनियमितता की पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ली। वहीं उपभोक्ता का कहना था कि बिस्कुट निर्माता कंपनी को देखकर नहीं बल्कि ब्रांड को देखकर खरीदे थे।