फैजाबाद! घोसी यूथ वेलफेयर एसोसियेशन ने इरफनिया ग्रिल्स इंटर कालेज, पहाड़गंज, घोसियाना में प्रतिभा सम्मान 2017 के तहत घोसी बिरादरी की बेटी हुमा शम्श और यासमीन बानों का सम्मान समाहरों का आयोजन किया. हुमा शम्श बैंक ऑफ़ इंडिया, चित्रकूट और जल विभाग में जूनियर इंजीनियर यासमीन बानों का चयन इस साल ज़ेई के पद पर हुआ है. इरफनिया ग्रिल्स इंटर कालेज के प्रबंधक मों हलिम ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमरे संस्थान के रिजल्ट पिछले साल और उससे पहले भी सौ प्रतिशत आता रहा है. ये बच्ची भी इसी कालेज से पढ़कर निकली है. इसने और इसके परिवार ने इसके साथ मेहनत की है. उसी मेहनत का नतीजा है जो आज इसको नौकरी मिली है. हमने हमेश बच्चों और युवाओं की प्रतिभा को आगे बढ़ने का काम किया है. इन दोनों ने बहुत ही मेहनत और लगन के साथ पढाई की और सरकारी नौकरी पाने के लिए प्रयास किया. जिससे बिरादरी की अन्य लड़कियों के लिए ये दोनों एक प्रेरणा देने का काम कर रही है. इस अवसर पर हुमा शम्श ने कहा कि कोई समाज पहले से बना बनाया नहीं होता है, उसके युवा और उनकी प्रतिभा के साथ जो वो काम करते है उससे समाज को पहचाना जाता है. इसलिए हमको अपने समाज को बनाने, सवारने और आगे ले जाने का काम करना है. यासमीन बानों ने कहा की सकारात्मक नज़रिए से प्रयास करना चाहिए. आपकी मेहनत आपको मंजिल पर ज़रूर ले जाती है. इस अवसर पर बरकत मास्टर साहब ने कहा कि बच्चियों का सम्मान और उनका मान रखने से और भी प्रतिभाए निकलकर आएगी. अभिभावकों को बच्चों की पढाई पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है. ताहिर शम्श ने अपनी बात रखते हुए कहा कि पढाई और काम में बच्चों और युवाओं के बीच विभेद नहीं रखना चाहिए. अवसर देने से कमियाबी मिलती है. जिस प्रकार की पढाई, खेल, सीख में बच्चे की दिलचस्पी हो उसको उस दिशा में आगे बढ़ने के लिए मार्ग दर्शन होना चाहिए. एसोसियेशन के सदस्य हाफिज उल्लाह ने कहा कि जब बिरादरी का कोई भी युवा कुछ बेहतर करता है तो ख़ुशी मिलती है कि हम भी तरक्की कर रहे है. पढाई और सरकारी संस्थानों में अपने बिरादरी के युवाओं की हिस्से दरी बढ़ने से और बच्चों में भी बेहतर पढ़ने और आगे बढ़ने का जज़्बा बनेगा. हम ऐसे युवाओं को अपनी एसोसियेशन के ओर से सम्मानित करेगे और जो भी संघर्षशील युवा है उनके लिए जो बन पड़ेगा, हम सभी साथी मिलकर करेगे. अशरफ़ कमाल ने कहा की इन्सान अपना मुस्तकबिल खुद बनता है, किस्मत से कुछ नहीं होता है. पढाई और संघर्ष से अपना भविष्य और नाम को बनाया जाता है. मों. इमरान ने कहा की हमको बहुत ख़ुशी है कि अपनी बिरादरी के बच्चे पढ़ कर आगे बढ़ रहे है. ऐसे बच्चों के साथ मैं अपनी संस्था के हमेश खड़ा हु. संचालन करते हुए आफाक उल्लाह ने कहा की युवा अपने समाज को दिशा देता है. इसलिए इनको आगे बढ़ने, पढ़ने, खेलने-खुदने और जिस भी सकारात्मक काम को करने में इनकी रूचि हो वैसा इनको करने दिया जाये. साथ ही इनके लिए सिखने-समझने और विभिन्न प्रतिभाओं से सिखने का अवसर बनाना चाहिए. एसोसियेशन के वरिष्ट सदस्य अब्दुल बारी ने सभी अथितियों और युवा साथियों का धन्यवाद किया और कहा की हम अपने समाज और उसकी तरक्की-खुशहाली के लिए सदेव प्रयास करते रहेगे. हम चाहे जहाँ हो हमको अपने समाज को आगे बढ़ने का काम करना चाहिए. इस अवसर पर साल 2016 में इरफनिया ग्रिल्स इंटर कालेज से दसवीं कक्षा में लगभग 70% से आधिक नंबर लेन वाली किशोरियों को उनकी मेहनत के लिए सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में शहनशाह अहमद, ज़िया उल्लाह, मुख़्तार अहमद, तुफैल अहमद, आदि युवाओं ने भागेदारी की.