नई दिल्ली। भारत के पूर्व स्पिनर मुरली कार्तिक ने कहा कि रविचंद्रन अश्विन बेहतरीन फॉर्म से गुजर रहे हैं लेकिन समय ही बताएगा कि वह विदेशी सरजमीं पर भी इस सफलता को दोहराने में सक्षम हैं या नहीं। कार्तिक का तर्क सामान्य है। उनका कहना है कि इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसी जगहों पर हालात बिलकुल अलग हैं और ऐसे में सफलता की गारंटी नहीं है।
वर्ष 2000 से 2007 के बीच भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले कार्तिक ने कहा कि मैं इस पर (विदेशों में अश्विन सफल रहेगा या नहीं) टिप्पणी करने वाला कोई नहीं होता। विदेशों में हालात बिलकुल अलग हैं इसलिए समय ही बताएगा। अश्विन ने विराट कोहली के साथ मिलकर हाल में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई है। जिससे दुनिया की नंबर एक टीम लगातार पांच सीरीज जीत चुकी है।
वैसे घरेलू मैदानों और बाहरी मैदानों पर अश्विन के प्रदर्शन में भारी अंतर है। घरेलू मैदानों पर अश्विन जहाँ बहुत घातक नज़र आते हैं ( 26 मैचों में 180 विकेट, लगभग 7 विकेट प्रति मैच ) वहीँ देश के बाहर उनका प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं दिखता ( 17 मैच 67 विकेट यानी प्रति मैच चार से भी काम, हालाँकि यह भी बुरा नहीं है )