नई दिल्ली। आरबीआई ने सभी बैंकों को निर्देश दिए हैं कि वे कालेधन के खेल से सावधान रहें। आरबीआई का यह निर्देश ऐसे समय में आया है जब आबीआई का ही एक अधिकारी डेढ़ करोड़ रुपये काले धन को बदलने में पकड़ा गया है। उस अधिकारी को आरबीआई ने सस्पेंड कर दिया है। आरबीआई ने कहा है कि गड़बड़ी करने वालों पर हमारी नजर है।
आरबीआई के अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी बैंकों से कहा है कि वे नए नोटों का रिकॉर्ड रखें। साथ ही कालेधन के खेल से सावधान रहें। आरबीआई ने लोगों से अपील की है कि वे नोटों को जमा करने की बजाए उसे खुलकर खर्च करें। आरबीआई ने सभी बैंकों को नोटों की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग करने को कहा है। इसके अलावा करंसी चेस्ट से निकलने वाले नए नोटों की मूवमेंट को भी रिकॉर्ड करने के आदेश हैं। आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि वे नोटबंदी के दिन यानि 8 नवंबर से 30 दिसंबर तक सभी शाखाओं और करंसी चेस्ट्स में काम के दौरान की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखें।
वहीं रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एस एस मूंदड़ा ने कहा कि सभी बैंकों को आंकड़ों की जांच को लेकर नोटिस दिए गए हैं। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने बताया कि नोटबंदी के बाद आज की तारीख तक 12.44 लाख करोड़ रुपये के प्रतिबंधित नोट बैंकों में जमा हो चुके हैं। बैंकों ने आठ-नौ नवंबर से एटीएम और बैंक काउंटरों के जरिये 4.61 लाख करोड़ रुपये जारी किये हैं। इसके अलावा विभिन्न राशि के 21.8 अरब नोट जारी किये गए हैं।
नोटबंदी के फैसले के बाद से देशभर के कई शहरों से अब तक कई करोड़ रुपये के नए नोट जब्त किए जा चुके हैं। आयकर विभाग की टीम कई जगह छापे मार चुकी है। कालेधन के खेल में कारोबारी से लेकर कई बैंकों के अधिकारी तक शामिल पाए गए हैं।