काहिरा। मिस्र की राजधानी में एक चर्च पर भीषण आतंकवादी हमले के बाद राष्ट्रपति अब्दुल फ़त्ताह अलसीसी देश के सामने आए और देश को संबोधित किया। उन्होंने कहाकि आतंकवादी हमले का ज़िम्मेदार 22 वर्ष का मानव बम महमूद शफ़ीक़ मुहम्मद मुस्तफ़ा था। दोषियों की पहचान हो गई है और हम इस हमले के ज़िम्मेदार लोगों को नहीं छोड़ेंगे।

रविवार को क़ाहिरा में ईद मीलादुन्नबी के दिन ही राजधानी काहिरा के कॉप्टिक चर्च के प्रांगण में मानव बम के हमले में 24 लोग मारे गए जिसमें महिलाओं की संख्या ज़्यादा है। घटना के बाद लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति अब्दुल फ़त्ताह अलसीसी ने कहाकि हमलावर २२ वर्ष का मानव बम महमूद शफ़ीक़ मुहम्मद मुस्तफ़ा घटना में मारा गया लेकिन इस सिलसिले में चार अन्य लोगों को गिरफ़्तार किया गया है जिसमें एक महिला है। उन्होंने देशवासियों को कहाकि कई संदिग्धों पर हमारी नज़र है। “हम अपना बदला भूलेंगे नहीं। जो लोग पकड़े गए हैं उन पर सरकार और संसद को कार्रवाई करनी पड़ेगी।” सीसी ने कहा। उन्होंने संसद से आतंकवाद के विरोध में और मज़बूत क़ानून बनाने की पैरवी की ताकि आतंकवाद पर प्रभावी कार्रवाई की जा सके। अब्दुल फ़त्ताह ने कहा “क़ानून न्यायालय के लिए बाधा पैदा कर रहे हैं। न्यायालय आतंकवाद से निपटने में सक्षम नहीं है ताकि जो भी हमारे देश की सुरक्षा और हमारे अपनों पर हमला करे, उनसे निपटा जा सके।”
मिस्र की सरकारी न्यूज़ एजेंसी ने कहाकि इस आतंकवादी हमले में १२ किलोग्राम टीएनटी का इस्तेमाल किया गया। अभी तक किसी ने भी इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।