मन की बात में भाजपा अध्यक्ष ने विपक्षियों को निशाने पर लिया

नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने साफ किया है कि कालेधन वालों पर नकेल के लिए सरकार और कठोर कानून लेकर आएगी। शाह ने कहा कि कालेधन और नोट की कीमत में कोई रिलेशन नहीं है। हम लीकेज को रोकना चाहते हैं। लोगों की तकलीफ समझ रहा हूं। 3-4 दिन में लाइनें कम हो जाएंगी। स्याही से काफी भीड़ कम हो गई।

अमित शाह ने लखनऊ के बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय में ‘यूपी के मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि जातिवाद की राजनीति करने वालों को यूपी ने सबक सिखा दिया है। अमित शाह ने यूपी के सीएम अखिलेश यादव को भी निशाने पर लिया। शाह ने कहा कि मैं अखिलेश जी को सुझाव देता हूं कि पढ़ाई और किताबों की कमी पर ध्यान दें, चुनाव अभी दूर है। शाह ने आरोप लगाया कि अखिलेश सरकार में जाति के आधार पर नौकरी दी जाती है। उन्होंने तंज कसा कि यहां इतनी गुंडई है कि आपकी ज़मीन कब कोई रामवृक्ष आकर ले जाए पता नहीं चलता।

राहुल गांधी पर शाह ने कहा कि राहुल जी को शासन में आना ही नहीं है। इसलिए वो कुछ भी वचन दे सकते हैं। शाह ने मायावती पर कहा कि यहां किसी ने पुतले लगवा दिए तो किसी ने जमीन कब्ज़ा ली। कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह के जमाने में गुंडे या तो जेल में थे या यूपी के बाहर थे।

अमित शाह ने कहा कि भाजपा जातिवाद और परिवारवाद की राजनीति नहीं चाहती बल्कि ‘पॉलिटिक्स आफ परफारमेंस’ चाहती है। ‘यूपी के मन की बात’ कार्यक्रम में युवाओं से सीधा संवाद करते हुए कहा कि जातिवाद हावी है। ज्यादातर पार्टियां परिवार की पार्टियां बनकर रह गयी हैं। वहां बेटा होते ही तय हो जाता है कि पार्टी का अगला नेता कौन होगा। कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, ये आप सब बता सकते हैं।

उन्होंने कहा कि आप ये कभी नहीं बता सकते कि भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा? जातिवाद और परिवारवाद ने राजनीति में जवाबदेही कम की है और काम का महत्व कम कर दिया है। भाजपा चाहती है कि ये देश ‘पॉलिटिक्स आफ परफारमेंस’ की ओर बढ़े। जो काम करेगा, जनता उसे स्वीकार करेगी और जो नहीं करेगा, जनता उसे निकाल देगी। शाह ने कहा कि जनतंत्र के जिम्मेदार नागरिक के नाते सोचना होगा कि देश कैसा हो। युवाओं को इस बारे में सोचना होगा। लोकतंत्र को जातिवाद से उपर उठाना होगा।