राम रत्न 54वीं नेशनल प्रीमियर चेस चैंपियनशिप में ड्रा पर खत्म हुए तीसरे दौर के चार मुकाबले

लखनऊ। रेलवे के एस.नितिन ने राम रत्न 54वीं नेशनल प्रीमियर चेस चैंपियनशिप के तीसरे दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की।

यूपी चेस स्पोट्र्स एसोसिएशन व लखनऊ पब्लिक स्कूल व कॉलेजेस के संयुक्त तत्वावधान में लखनऊ पब्लिक स्कूल (एलपीएस) के गोमतीनगर स्थित आडिटोरियम में चल रही इस चैंपियनशिप के तीसरे दौर में खेले गए मुकाबलों में चार ड्रा पर समाप्त हुए। वहीं रवि तेजा व निवर्तमान चैंपियन कार्तिकेयन मुरली ने भी जीत से पूरे अंक जुटाए।

पहली टेबल पर एस.नितिन ने सफेद मोहरों से शानदार खेल दिखाया और तेलंगाना के के.सूर्या प्रणीत की सिसिलियन नाजड्राफ डिफेंस को ध्वस्त करते हुए 30 चालों के बाद जीत दर्ज कर ली।

वहीं निवर्तमान चैंपियन कार्तिकेयन मुरली ने पांचवी टेबल पर रेलवे के आरआर लक्ष्मण (जीएम) को मात देकर एक अंक जुटाया। तमिलनाडु के कार्तिकेयन ने काले मोहरों के सहारे ब्लूमनफील्ड काउंटर गैंबिट से खेलते हुए सातवीं चाल में अपने एक प्यादे को गंवाते हुए महत्वपूर्ण बढ़त बनाई और कुल 32 चालों के बाद बाजी अपने नाम कर ली।

सातवीं टेबल पर रेलवे के रवि तेजा (आईएम)ने भी काले मोहरों से तमिलनाडु के अरविंद चिदम्बरम्ï (जीएम) के खिलाफ तगड़ा हमला बोला जबकि अरविंद ने नौंवी चाल में वजीर को गंवाते हुए सीधे प्रतिद्वंद्वी के राजा पर हमला बोला लेकिन वह रवि की रक्षात्मक चालों के आगे बेबस हो गए और 40 चाल के बाद मैच गंवा बैठे।
अन्य मैचों का समापन ड्रा पर हुआ जिसमें दूसरी टेबल पर महाराष्टï्र के अभिषेक केलकर (आईएम) ने आंध्र प्रदेश के डीबीएस प्रसाद से ड्रा खेला। इस मैच में 32 चालों के बाद दोनों खिलाड़ी ड्रा पर सहमत हो गए क्योंकि दोनों ही आगे खतरा मोल नहीं लेना चाहते थे।

तीसरी टेबल पर झारखंड के नीरज मिश्रा (आईएम) ने इंडियन एयरलाइंस के तेजस बाकरे (जीएम) के खिलाफ सिसिलियन कॉन वैरिएशन डिफेंस से दबदबा बनाते हुए 43 चालों के बाद प्रतिद्वंद्वी को ड्रा के लिए मजबूर कर दिया।

वहीं चौथी टेबल पर पेट्रोलियम बोर्ड के विदित गुजराती (जीएम) व बी.अधिबान (जीएम) के बीच रोमांचक भिड़त देखने को मिली। विदित के आक्रमण को अधिबान ने स्लाव डिफेंस से रोका और मजबूत प्रतिद्वंद्वी को देखते हुए 25 चालों के बाद सुरक्षित ढंग से ड्रा पर सहमत हो गए।

छठीं टेबल पर पेट्रोलियम बोर्ड के अभिजीत कुंटे व एलआईसी के श्रीराम झा ने स्लाव ओपनिंग से धीमी शुरुआत की लेकिन 27 चालों के बाद दोनों जीएम ड्रा पर सहमत हो गए क्योंकि दोनों की निगाह में प्रतिद्वंद्वी के डिफेंस को भेदने का कोई रास्ता नहीं था।