लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज गोमती नदी के तट पर आयोजित देव दीपावली पर आयोजित गोमती महाआरती का अवलोकन किया। इस अवसर पर मंत्री श्री रविदास मेहरोत्रा, मंत्री श्री शारदा प्रताप शुक्ल, मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरी, मौलाना मोहम्मद सूफियान निजामी सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।

राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गोमती महाआरती के माध्यम से यह संदेश जाना चाहिए कि हमें अपनी नदियों को स्वच्छ और शुद्ध रखना चाहिए। पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ नदियों की सुरक्षा पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। नदियों का जल दूषित हो रहा है। हमारे देश में परम्परा रही है कि गंगाजल मुक्ति का कारक है किन्तु हमारी लापरवाही के कारण गंगा का पवित्र जल दूषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमें नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए जनभागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।

श्री नाईक ने कहा कि गोमती नदी लखनऊ का आभूषण हैं, इसे स्वच्छ रखें। गोमती महाआरती को देखकर वाराणसी की गंगा आरती याद आ गयी। हरिद्वार और वाराणसी में गंगा आरती बडे़ धूम-धाम से आयोजित की जाती है, जिसे देखने के लिए पूरे विश्व के लोग इकट्ठे होते हैं। गोमती को भी प्रदूषण मुक्त करके के लिए जनता में जागरूकता लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की भीड़ देखकर लगता है कि शीघ्र ही पूरे विश्व से लोग गोमती महाआरती देखने के लिए आयेंगे।