सुलतानपुर। प्रधानमंत्री द्वारा नोटों पर बैन लगाने की घोषणा के बाद सोमवार को जहां जनपद की सभी बैंक शाखाएं बन्द रहीं तो वहीं तीसरे सातवें दिन भी लोग शाखाओं पर नोट निकालने के लिये पहुंची और घंटो लाइन में लगकर अपना नम्बर आने का इन्तजार करती रही। तो वहीं कुछ एटीएम मशीनों की हालत तो यह रही कि वो आऊट आॅफ सर्विस लिखा रहा लेकिन लोग लाइन में लगे रहे।

आठ नवम्बर की रात को अचानक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश का नाम संदेश में नोट बैन की जो घोषणा की उसे सुनकर हर कोई आश्चर्य चकित रह गया। हालांकि उन्होंने नोट बैन के बाद अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों, पेट्रोल पम्पों, दवा प्रतिष्ठानों आदि को इस बंधन से मुक्त रखा था ताकि किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी न हो। इसके अगले दिन 9 नवम्बर को बैंक शाखायें खुली रही लेकिन उनमें न तो रूपये जमा हुये और न ही निकासी हुई। 10 नवम्बर से बैंक शाखायें खुलते ही लोगों की भीड़ जो नोट बैन किये गये थे उनको लेकर बदलवाने के लिए लोगों की भीड़ पहुंची और नोट बदलने के बाद अपनी व्यवस्थाओं को चलाया। तो वहीं शनिवार को तीसरे दिन भी ज्यादातर बैंक शाखाओं के बाहर ऐसे लोगों की भीड़ ज्यादा देखी गयी जो लोग बैन किये गये नोटो को बदलवाने के लिये लाइन में लगे दिखायी दिये। हालांकि अनेकों बैंक शाखाओं में महिलायें भी घर कामकाज छोड़कर नोट बदलने के चक्कर में लाइन में खड़ी होने को विवश हुयी। जिला मुख्यालय पर लगभग सभी बैंक शाखाओं में लोगों के नोट बदले गये तो वहीं अनेकों लोगों ने पहुंचकर अपने बैंक खातों में रूपये भी जमा किये। लेकिन खातें में रूपया जमा करने वालों की भीड़ प्रतिदिन के औसत से बहुत ही कम रही। बैंक शाखाओं में भीड़भाड़ ज्यादा होने के मद्देनजर कोतवाली में अतिरिक्त पुलिस बल मुस्तैद रहा तो वहीं अनेकों पुलिस कर्मियों की बैंक शाखाओं में सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिये डयूटियां भी लगायी गयी ताकि वहां पर आने वालें लोगों की भीड़ से शान्ति व्यवस्था बनी रही और जो लोग लाइन में लगकर बैन किये गये नोट बदलवाने के लिये आये वह पैसा लेकर अपने घर पहुंचे। तो वहीं डाकखाना तथा जनपद के अन्य बैकों के एटीएम मशीनों पर पैसा निकलवाने की भीड़ देखी गयी।