लखनऊ- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान जिसमें उन्होंने कहा कि हम तीन तलाक़ वाली मुस्लिम महिला को इन्साफ दिलायेंगे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ऑल इण्डिया यूनाईटेड मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो0 वसीम सिद्दीक़ी एडवोकेट ने कहा कि तीन तलाक़ वाली मुस्लिम महिला जिनकी आबादी 0.5 प्रतिशत है उनको इन्साफ दिलाने की बात करते है लेकिन दलित मुसलमानों की बड़ी आबादी को संविधान की धारा 341 में धार्मिक प्रतिबंध लगाकर विकास के सारे रास्ते बन्द कर दिया गया है उनको इन्साफ दिलाने की बात प्रधानमंत्री क्यों नहीं करते? तीन तलाक़ के मामले को तो हमारे धर्मगुरू शरीयत के मुताबिक़ हल कर लेंगे लेकिन 341 के मामले को तो सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री को ही कैबिनेट से पास करना है इसे लागू क्यों नहीं करते? जहां एक ओर प्रधानमंत्री का नारा है सबका साथ सबका विकास लेकिन दलित मुसलमानों के विकास के सारे रास्ते बन्द हैं उनको उसका आरक्षण नहीं मिल रहा है तो यह सबका विकास कैसा? जहां एक ओर अपने समुदाय के दलितों को आर्थिक, शैक्षिक, सामाजिक एवं राजनैतिक आरक्षण देकर समाज के सबसे ऊपरी पायदान पर लाया जा रहा है लेकिन दलित मुस्लिम आर्थिक, शैक्षिक, सामाजिक एवं राजनैतिक तौर पर दिनों दिन पिछड़ते जा रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री सही मायने में सबका विकास चाहते हैं तो 341 के धार्मिक प्रतिबंध को हटाकर सिख, बौद्ध के भांति दलित मुसलमानों को भी उसमें जोड़े तभी सभी का विकास सम्भव है।
मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने बयान में आगे कहा कि सपा का अन्तर कलह सिर्फ और सिर्फ यह एक नौटंकी है। क्योंकि आम आदमी अपनी बुन्यादी मुद्दो को भूल जाये और इन्हें जुमलेबाजी में दोबारा फांसा जाये। मालूम हो कि सपा ने पिछले विधान सभा चुनाव में वादा किया था कि अगर हमारी सरकार बनी तो हम मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण देंगे। पांच वर्षों तक पूर्ण बहुमत की सरकार चली लेकिन कभी भी इन मुद्दों पर विधान सभा में चर्चा तक नहीं की आरक्षण देना तो दूर । अब चुनाव सर पर है आपसी लड़ाई झगड़े में समय बरर्बाद कर रहे हैं और जब चुनाव का घोषणा हो जायेगा तो फिर मुसलमानों को अपने जुमलेबाजी में फंसाकर दोबारा वोट हासिल करेंगे। जिस तरह से श्री मोदी ने लोक सभा चुनाव से पूर्व वादा किया था कि हमारी सरकार बनी तो भा.ज.पा सरकार भारत के हर परिवारों को 15-15 लाख रूपये उनके खाते में जमा कर देंगे। यह सब जुमलेबाजी आम जनता जान चुकी है अब सपा और भा.ज.पा के जुमलेबाजी का मोर्चा बेनकाब करेगा।

मोर्चा आगामी विधान सभा में उसी पार्टी को सपोर्ट करेगा जो संविधान की धारा 341 से धार्मिक प्रतिबंघ हटाने एवं पिछड़े मुसलमानों का 8.44 प्रतिशत देने की बात चुनावी घोषणा पत्र में लायेगा।

मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना क़ारी यूसुफ ने केन्द्र सरकार पर धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप लगाते हुए कहा है कि यू0पी0 के चुनाव के मद्दे नज़र वोट को ध्रुवीकरण करने के लिये ही तीन तलाक़ के मामले को लाया गया है। मोर्चा शरीयत के साथ छेड़छाड़ को कड़े शब्दों में निन्दा करता है और केन्द्र से मांग करता है कि सभी धर्मों के मानने वालां के धार्मिक मामले के साथ छेडछाड़ न की जाये।
मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डा0 मोईन खान उर्फ मम्मू ने कहा है कि जब तक 341 में संशोधन कर दलित मुसलमानों को आरक्षण नहीं मिल जाता तब तक मोर्चा का देश व्यापी आन्दोलन चलता रहेगा। डा0 मम्मू ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि पिछडों के 27 प्रतिशत आरक्षण में 8.44 पिछडे मुसलमानों को आरक्षण देने के लिये कैबिनेट से पास कर इसे लागू करें ताकि पिछड़े मुसलमानों को इसका लाभ मिल सके।

प्रेस वार्ता मे मौलाना क़ारी मुशर्रफ अली इरफानी, मौलाना क़ारी जाबिर रहमानी, रियाज़उद्दीन, सैय्यद सजाद उर्फ राजा साहब, मुफ्ती गुलाम रसूल रिजवी, जावेद खान, मो0 मुन्ना इत्यादि शामिल थे।