आवास पाकर खिल उठे गरीबों के चेहरे

सुल्तानपुर। सांसद वरुण गांधी एक अरसे के बाद अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे तो कई योजनाओं का शुभारम्भ किया । सांसद ने अपने निजी खर्च से बनवाये गए आवासों की चाभी निर्धन परिवारों को सौंपी तो उनके चेहरे खिल उठे। माना जा रहा है की वरुण की योजना महत्वकांक्षी योजना है।

इस योजना में वरुण ने दलित और अल्पसंख्यक परिवारों को भी शामिल किया गया है। शुक्रवार के कार्यक्रम में वरुण ने कोई राजनितिक बात न कहते हुए सिर्फ किसानो दलितों और गरीबी की बात की। वरुण ने अपने पहले सम्बोधन में कहा की हमने किसानो के कर्ज माफ कराये। प्रदेश में 3662 किसानो को कर्ज से मुक्ति दिलाई। वरुण ने अपने पहले सम्बोधन की शरुआत में कहा की हम नागरिक क्रांति लाना चाहते हैं।

दलित और अल्पसंख्यक को आवासीय योजना में दी तरजीह, 28 मकानों की चाभी सौंपी

वरुण गांधी के इस बार का दौरा कुछ खास अंदाज में रहा। लंभुआ ब्लाक के बेला मोहन गांव में 5 आवासों की चाभी गरीबों को सौंपी। इस दौरान वरुण बड़े
आत्मीयता से लोगो से मिल रहे थे। कभी किसी को गले लगाया तो किसी बच्चे को दुलारा पुचकारा, बहरहाल आवास मिलने पर उन गरीबों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। वरुण ने बड़े सधे अंदाज में समीकरण बनाने की कोशिश की है। इसकी खास वजह रही की अधिकतर दलित और अल्पसंख्यक को तरजीह मिली है। बेला मोहन गांव से दो अल्पसंख्यक परिवारो को चुना है,साथ ही और जगहों पर बने आवासों में भी अल्पसंख्यक वर्ग को तरजीह मिली। लगभग 6 मुस्लिम परिवारों को आवास का लाभ मिला। कहीं न कहीं वरुण ने अपने ऊपर से कट्टरता को मिटा कर सेक्युलर होने की भी कोशिश की है। जिसके निहितार्थ दूर तक निकाले जायँगे। बहरहाल वरुण की इस कोशिश को समर्थन मिल रहाहै।