जमियत उलमा हिन्द का 33 वां राष्ट्रिय अधिवेशन 12, 13 नवंबर को अजमेर में

कानपुर :- देश के हालात पर नजर रखने वालों पर यह बात दिन की रोशनी की तरह साफ हो चुकी है कि भारत में मुसलमानों पर चौतरफा हमले हो रहे हैं इसलिए हमें लड़ाई लड़ने के लिये रणनीति तैयार करना आवश्यक है, देश के जो धार्मिक, राष्ट्रीय, सामाजिक , सांस्कृतिक, राजनीतिक शैक्षिक और आर्थिक हालात हैं उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और यह लड़ाई बहुत ही होशमन्दी और विचार विमर्श से संभव है, जमीअत उलेमा ने हमेशा राष्ट्रीय एकता पर विश्वास रखा है, इस्लाम की रोशनी में मुल्की व दीनी रहबरी की है, जमियत उलमा हिन्द ने कभी परिस्थितियों से अनदेखी नहीं की और ना ही खराब हालात से समझौता किया बल्कि बहुत ही समझदारी और हिकमत के साथ विभिन्न प्रकार के फित्नों का रुख मोड़ दिया। मुल्क व मिल्लत की हर मोड़ पर मार्गदर्शन करने वाली इस क्रांतिकारी और ऐतिहासिक संस्था का 33 वां राष्ट्रिय अधिवेशन 12, 13 नवंबर को मौलाना क़ारी सैयद मुहम्मद उस्मान मंसूरपूरी अध्यक्ष जमियत उलमा हिन्द की अध्यक्षता में ख्वाजा की नगरी अजमेर शरीफ में आयोजित हो रहा है। ये अधिवेशन देश व मुसलमानों को दिशा व रफ्तार देने और अधिकार दिलाने की राह में मील का पत्थर साबित होगा। ये बातें जमियत उलमा के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा क़ासमी ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहीं।
मौलाना उसामा कासमी ने कहा कि देश के जो हालात हैं वह किसी से छिपे नहीं, एक-समुदाय के विचार व रिवायात पूरे देश के सभी नागरिकों पर लादने जैसे मुद्दे ऐसे नहीं हैं कि इस पर चुप रहा जा सके। जमियत उलमा हिन्द जैसी संगठन जिसने स्वतंत्रता आंदोलन और राष्ट्र निर्माण में एक ऐतिहासिक भूमिका निभाई है जिसने शांति बनाये रखने और अधिकार दिलाने के लिये जो काम किए हैं वह दिन की रोशनी की तरह साफ हैं, जमियत उलमा के सामने आज की तारीख में यह सवाल भी है कि क्या देश स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों के भारत की ओर अग्रसर है या एक ऐसा भारत बनाने की कोशिश की जा रही है जो राष्ट्रीयता, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा से बिल्कुल अलग है, पिछले कुछ वर्षों में देश में जो स्थिति पैदा हुई , उसने हमारे लिए कई बुनियादी सवालों पर विचार विमर्श करके उनके उत्तर खोजना जरूरी कर दिया है। मौलाना ने कहा कि अधिवेशन में बिना भेदभाव धर्म व मसलक सभी भाग ले रहे हैं और अजमेर शरीफ दरगाह के सज्जादा नशीन जैनुल आबेदीन साहब इस राष्ट्रिय अधिवेशन के स्वागत समिति के अध्यक्ष हैं, अधिवेशन में सांप्रदायिक दंगों को रोकने के लिए कानून बनाने का मुद्दा और आतंकवाद के अन्त और निर्दोष लोगों की रिहाई के लिए प्रभावशाली कदम और मुसलमानों के पारिवारिक कानून ‘‘ शरियत’’ के संरक्षण के लिये अदालती, संसदीय और मीडिया में केंद्रिय संघर्ष और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने और सांप्रदायिकता की रोकथाम की रणनीति पर विचार किया जाएगा और मुसलमानों के लिये आरक्षण और इसमें होने वाली प्रगति की समीक्षा की जायेगी। दलित-मुस्लिम एकता से संबंधित रणनीति तैयार करने के साथ ही सरकार की नई नीतियों के संदर्भ में मुसलमानों की शिक्षा और आर्थिक व्यवस्था और मुस्लिम वक्फ की सुरक्षा पर विचार किया जाएगा, पिछड़ेपन से प्रभावित क्षेत्रों में दीनी मकातिब की स्थापना और काम में अधिक विस्तार और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर विशेष धार्मिक कार्य अनिवार्य करने के मौजूदा रवैये और इसका हल और इस्लामी दुनिया के मुद्दों पर विचार किया जाएगा। दीन व ईमान का संरक्षण, इस्लाम के बारे में गलतफहमी का निवारण और इस्लाम के लिए दावत की रणनीति, इस्लामी शिक्षाओं की रोशनी में सामाजिक सुधार, इमारते शरिया हिन्द के तहत मुहकमा ए शरिया की स्थापना और देश व मिल्लत के अन्य संवेदनशील मुद्दों पर ऐतिहासिक फैसले लिए जाएंगे। मौलाना उसामा कासमी ने कहा कि पूरे देश से दस हजार जमियत उलेमा के प्रांतीय एंव केन्द्रिय सदस्य और उलमा और आम अधिवेशन में लगभग पांच लाख लोगों के भागीदारी की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के जिम्मदार अपने यहां से जाने वालों की सूची पता समेत 30 अक्टूबर से पहले मुख्य कार्यालय दिल्ली और प्रांतीय कार्यालय लखनऊ भेजें ताकि प्रबंधन में कोई समस्या न आए। मौलाना ने कानपुर से संबंधित बताया कि बड़ी संख्या में कानपुर से भी लोग अजमेर जा रहे हैं जिसके लिए नगर जमियत उलमा शहर व आसपास में लोगों से संपर्क करने के लिए केंद्र बनाए हैं, तलाक महल, भैंसिया अहाते में हाफिज मुहम्मद शोएब (9935273138) और अल्हाज हामिद अली अंसारी (9838380333)। कर्नल गंज में मुहम्मद अंसार खां (9889082073) और मुहम्मद जुनैद मोती मेडिकल स्टोर (9889145455)। कुली बाजार में महमूद आलम कुरैशी (9838278611) हाफिज़ वलीउद्दीन (8853173642)। चमन गंज में क़ारी मुहम्मद आसिफ साकिबी (9889228822) और क़ारी अनीस अहमद साबरी (9956213556) मेस्टन रोड, परेड बिसात खाना, नई सड़क में मौलाना मोहम्मद शफी मज़ाहिरी (9838534796) और मौलाना मुहम्मद अकरम जामई (9450335642)। पटकापुर में मुफ्ती इज़हार मुकर्रम (9696314272) और मलिक रिजवान हसीब (9336575255)। किदवई नगर, बाबूपुरवा में क़ारी अब्दुल मुईद चौधरी (9415053081) और मौलाना अनीसुर्रहमान (9450143396)। पुराना कानपुर नवाबगंज मकबरा, एलेन गंज, बेनाझाबर में मौलाना अनीस खान कासमी (9936705786) और मास्टर मुहम्मद खालिद (9936243669)। जाजमऊ मजार शरीफ, संजय नगर, जेके कॉलोनी, ताड़ बगिया में मुफ्ती असदुद्दीन क़ासमी (9451313349) और हाफिज नूरुलहुदा जामई। केडीए कालोनी पोखरपुर मोती नगर में मौलाना मुहम्मद कौसर जामई (9335059914) और मौलाना मुहम्मद मुस्तक़ीम कासमी (9807621476)। मछरिया, यशोदा नगर में मौलाना आफताब आलम कासमी (9918933810) और हाफिज फैसल (8081753531)। जूही नहरिया परमपुरवा में मुफ्ती मुहम्मद सईद खान कासमी (9450330121)। मीरपुर छावनी फेथफुल गंज में मौलाना नूरुद्दीन कासमी (9838984366) और मौलाना मुहम्मद अकील जामई (9044682577)। रेल बाजार घंटाघर में क़ारी मुजीबुल्लाह इरफानी (9450336487)। रौषन नगर, मसवानपुर काकादेव में हाफिज आलमीन (9936238509) और हाजी रहमतुल्ला उर्फ लाला। रमईपुर मझावन में क़ारी जुनैद अहमद (9235170252)। ईदगाह कॉलोनी बकरमण्डी में मौलाना मुहम्मद इनामुल्लाह क़ासमी (9935588996) और मौलाना मेराज अहमद। सफेद कॉलोनी, लाल कॉलोनी, हरी कॉलोनी, पीली कॉलोनी में अनवर हुसैन क़ादरी (9794595346) और मौलाना कलीम अहमद जामई (9936009996) से संपर्क किया जा सकता है ,इन केन्द्रों के प्रभारी डॉ हलीमुल्लाह खां उपाध्यक्ष जमियत उलमा नगर कानपुर को बनाया गया है। जिन का मोबाइल नंबर 9795187588 है। ट्रेन से जाने का खर्च सात सौ रूपये आ रहा है इसलिए जो लोग जाना चाहें वह अपने पहचान पत्र एंव किसी दूसरी आई0डी0 के साथ संपर्क करें।
तीन तलाक़ और मुसलमानों के अन्य पारिवारिक कानून पर ला कमीशन की ओर से जारी प्रश्नावली का जमियत उलमा हिन्द, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों के बहिष्कार का समर्थन करते हुए मौलाना उसामा कासमी ने कहा कि प्रश्नावली सरकार की सोच को मुसलमानों पर थोपने के लिये तैयार किये गये हैं, ला कमीशन भारत सरकार के इशारे पर काम कर रहा है इसलिए मुस्लिम संगठनों का फैसला सही है। इसके लिए हस्ताक्षर अभियान जारी है उसमें हमारा पूरा सहयोग मुस्लिम पर्सनल ला को हासिल है। मौलाना ने कहा कि यह पूरा मामला मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों एंव कई जनजातियों से उनके पर्सनल ला को छीनने की कोशिश है। मुसलमानों को इसका जागरूक होकर मुकाबला करने की जरूरत है। कान्फ्रेंस में मौलाना अनवार अहमद जामई अध्यक्ष जमियत उलमा कानपुर नगर, डा0 हलीमुल्लाह खां उपाध्यक्षा, मौलाना अनीस खां क़ासमी सचिव, हामिद अली अन्सारी सचिव, मौलाना इनामुल्लाह क़ासमी, जुबैर अहमद फारूक़ी, मौलाना फरीदुद्दीन क़ासमी, क़ारी बदरूज्ज़मा कुरैषी आदि मौजूद थे।