लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री शिवाकान्त ओझा ने राज्य में डेंगू के प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए सभी सरकारी चिकित्सालयों के चिकित्सकों के अवकाश अक्टूबर माह तक निरस्त करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी राजकीय चिकित्सालयों में डेंगू प्रभावित रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुलभ करायी जायें और सभी आवश्यक जांचे पूरी तत्परता से यथाशीघ्र पूरी की जाय।
श्री ओझा कल यहाँ स्वास्थ्य महानिदेशालय के मीटिंग रूम में डेंगू की रोकथाम के लिये आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश में डेंगू से 5618 मरीजों के प्रभावित होने की जानकारी उनके संज्ञान में आयी है। उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को निर्देशित किया कि वे सभी चिकित्सालयों में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करें और डेंगू के नियन्त्रण के लिए प्रभावी व्यवस्था सभी चिकित्सालयों में सुनिश्चित करायें।
श्री ओझा ने प्रमुख सचिव को निर्देश दिये कि डेंगू की जानकारी और इसकी रोकथाम के लिए सरकार द्वारा की गयी व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में प्रमुख स्थलों पर होर्डिंग लगायी जाये। उन्होंने पूरे प्रदेश में डेंगू से बचाव के बारे में हैण्डबिल वितरित करने तथा सिनेमाघरों में स्लाइड चलवाने के निर्देश दिए। अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की बात बेहतर ढ़ंग से सुनी जाय तथा बेहतर इलाज किया जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और नगरीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सकों की उपस्थिति निरन्तर बनी रहे।
श्री ओझा ने निर्देश दिए कि चिकित्सा विभाग सभी स्थानीय निकायों से समन्वय स्थापित कर पूरे प्रदेश में फांगिग की व्यवस्था कराये और सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देशित किया कि वे प्रदेश के सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के चिकित्सालयों का आकस्मिक दौरा सुनिश्चित करें और अस्पतालों में सभी व्यवस्थाओं को चुस्त दुरूस्त करायें।