लखनऊ। अपनी जान की हिफाजत करना प्रत्येक इंसान का फर्ज है, और यह फर्ज व्यक्ति अपनी इच्छाओं को सन्तुलित करके निभा सकता है। अति इच्छा के कारण ही व्यक्ति शुगर जैसी नामुराद बीमारी को पाल लेता है जो यह बीमारी एक बार व्यक्ति के शरीर में चल गई तो जीवन भर कष्ट देती है।
यह उद्गार सेनि प्रमुख सचिव व कबीर शान्ति मिशन के प्रधान राकेश कुमार मित्तल आईएएस ने ठाकुरगंज के तहसीनगंज हरदोई रोड लखनऊ में जय क्लीनिक एवं डायबिटीज केयर के नवीन सेंन्टर के शुभारम्भ अवसर पर व्यक्त किये। श्री मित्तल ने कहा कि देश में शुगर रोग सर्वव्यापी होता जा रहा है। इसके पीछे हमारी दिनचर्या और खान-पान ही जिम्मेदार है। जब तक हम जीवन को नियमों में नही बांधेंगे तब तक समाज स्वस्थ्य नही होगा। राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चिकित्सक व जय क्लीनिक व डायबिटीज सेंटर के निदेशक डा ए0के0 तिवारी ने कहा कि जय क्लीनिक व डायबिटीज केयर सेंटर एक ही छत के नीचे डायबिटीज की सम्पूर्ण चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की एक पहल है। सेंटर की सुसज्जित डायबिटिक फुट लैब व आई लैब इसकी विशेषता है। डा तिवारी ने बताया कि डायबिटीज पर विगत 16 वर्षों से लखनऊ में जय क्लीनिक के माध्यम से डायबिटीज की चिकित्सा सेवा प्रदान की जा रही है। कई प्रकार के शोध राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कियें हैं जिनका लाभ पूरी चिकित्सा पद्धति को मिला है। शुगर मरीजों को अब जांच के लिए सुई चुभोने की जरूरत नही है और न ही इन्सुलिन का इंजेक्शन लगवाना पड़ेगा क्योंकि डायबिटीज का सबसे दर्दनाक पहलू यही होता है कि बार-बार इन्सुलिन का इंजेक्शन लगवाने व जांच के ब्लड सैंपल देने पड़ते हैं, जिन्हें शोध के द्वारा अब मरीजों को इस दर्द से मुक्ति मिल जायेगी। अब जांच के लिए ग्लूकोट्रैक नाम का एक उपकरण जो बिना खून के सैंपल लिए शुगर मापने में सक्षम है।