लखनऊ: आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का प्रदर्शन 31 घण्टे बाद समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का मानदेय आठ सौ रुपए, सहायिकाओं व मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र पर कार्यरत कार्यकर्त्रियों का मानदेय चार सौ बढ़ाने का आश्वासन दिलाया है। नियमितीकरण व मानदेय वृद्धि समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर कार्यकर्त्रियों मंगलवार सुबह से हजारों की तादाद में राजधानी में एकत्र हो गई थी। दिन भर उहापोह की स्थिति बनी रही थी।

प्रदर्शन में जमकर उपद्रव हुआ लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका था। आक्रोशित कार्यकर्त्रियों बुधवार को भी निषातगंज रोड स्थित संकल्प वाटिका से सिकन्दरबाग चौराहे तक डेरा जमाए रखा। दिन भर सब सरकार विरोधी नारेबाजी करती रहीं। सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद शाम करीब पांच बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ। इसके बाद यातायात सुचारु रूप से चल सका।

प्रदर्शनकारियों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल की मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से वार्ता हुई। महिला राज्य कर्मचारी आंगनबाड़ी संघ के आजमगढ़ मण्डल की मण्डल उपाध्यक्ष सीमा यादव ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का मानदेय 32 सौ से बढ़ाकर चार हजार रुपए कर दिया गया है। वहीं सहायकाओं का मानदेय 16 सौ से बढ़ाकर दो हजार रुपए व मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्यरत कार्यकर्त्रियों का मानदेय 26 सौ से बढ़ाकर तीन हजार कर दिया गया है।

आगंनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का प्रदर्शन पूरी तरह से नेतृत्व विहीन दिखा। हजारों की संख्या में एकजुट हुई प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने वाला कोई पदाधिकारी नहीं था। मंगलवार दोपहर बाद ही प्रदर्शनकारी अपने-अपने तरीके से आन्दोल करने लगे। जिसके चलते 31 घण्टे तक यातायात बाधित रहा।