लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन, राजस्व, सहकारिता तथा समाज कल्याण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सिंचाई व्यवस्था भारत की सबसे बड़ी तथा अत्यन्त उत्कृष्ट एवं उच्च कोटि की है। उन्होंने कहा कि विश्व के कई देशों में यहां के सिंचाई प्रबन्धन की तारीफ की जा रही है। श्री यादव ने कहा कि विभाग में उत्कृष्टि तकनीकि के विशेषज्ञ अभियन्ता हैं जिनके सहयोग एवं प्रयास से किसानों को सिंचाई एवं पीने हेतु जल की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में नहरों, माइनरों एवं रजबहों की सफाई 2 वर्षों में करायी जाती थी परन्तु जब से प्रदेश में वर्तमान सरकार आयी किसानों की सुविधा हेतु 1 वर्ष में दो बार नहरों ,रजबहां एवं माइनरों की सिल्ट सफाई कराके सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
सिंचाई मंत्री आज होटल रेनेशा, लखनऊ में यू0पी0डब्ल्यू0एस0आर0पी0 पैक्ट, सिंचाई विभाग उ0प्र0 एवं इंडिया वाटर रिसोर्सेज सोसायटी लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में आयोेजित दो दिवसीय स्वस्थ्य नदियां-परिस्थितिक लाभ एंव खुशहाली विषयक संगोष्ठी में आये हुए राष्ट्रीय स्तर के जल तकनीकि विशेषज्ञ एवं पर्यावरणविद को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने जल के संरक्षण एवं प्रबन्धन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मानसून की बारिश प्रारम्भ होने के पहले ही बहुत कम समय में सूखे से प्रभावित बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 100 नये जलाशयों का निर्माण एवं 04 हजार पुराने तालाबों का पुनरो़द्धार कराके किसानों के लिए सिंचाई भू-जल स्तर को बढ़ाने तथा जल को संरक्षित करने का इतिहासिक कार्य किया है।
श्री यादव ने कहा कि इटावा, मैनपुरी एवं बुन्देलखण्ड की विलुप्त एवं लगभग खत्म हो चुकी नदियों को भी सफाई एवं सिल्ट निकालकर पुनर्जीवित किया है इससे इस क्षेत्र के बहुत से किसानों को सिंचाई एवं जानवरों के पीने का पानी आसानी से उपलब्ध कराया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि नदियों को गहरा करके सिंचाई हेतु पानी साल भर के लिए संरक्षित किया जा सकता है। श्री यादव ने कहा कि नदियों की स्थित को ठीक करके अधिक से अधिक राजस्व भी कमाया जा सकता है।
श्री यादव ने कहा कि यदि नदियां स्वच्छ एवं स्वस्थ्य रहेंगी तो पर्यावरण के साथ ही मनुष्य एवं पशु भी स्वस्थ्य एवं खुशहाल रहेंगे। उन्होंने कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है चाहे वह मनुष्य का हो या पशु का। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने शुद्ध, स्वच्छ एवं अविरल नदियां बहती रहें इस लिए गोमती, वरूणा, मथुरा, घाघरा, राप्ती, बेतवा केन एवं सरयू नदियों पर विश्व स्तरीय रिवर फ्रन्ट का कार्य कराया जा रहा है। गोमती रिवर फ्रन्ट के कार्य की सराहना विश्व स्तर पर की जा रही है।
सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों एवं अभियन्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि आप सभी लोग जनहित से जुडे कायों को पूरी निष्ठा, ईमानदारी एवं पारदर्शिता पूर्ण तरीके से करें। प्रदेश सरकार ने सभी वर्ग जाति एवं प्रत्येक व्यक्ति के लिए लाभकारी योजनाओं का संचालन किया है इसका अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिले इसके लिए प्रभावी कदम उठायें। उन्होंने कहा कि जनहित सी जुड़ी किसी भी फाइल को शीघ्रता से निपटाकर अपनी कार्यशैली में सुधार लायें।