लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज संत गाडगे प्रेक्षागृह में भातखण्डे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित भातखण्डे जयंती संगीत समारोह-2016 का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने पं0 विष्णु नारायण भातखण्डे की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रख्यात सितार वादक गुरू पं0 अरविन्द पारिख को राज्यपाल द्वारा श्रीफल, अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम से पूर्व कश्मीर के शहीद सैनिकों की स्मृति में मौन धारण कर श्रद्धांजलि भी अर्पित की गयी। इस अवसर पर कुलपति श्रीमती श्रुति सडोलीकर काटकर, विश्वविद्यालय के शिक्षकगण, छात्रगण व बड़ी संख्या में संगीतप्रेमी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि भातखण्डे संगीत संस्थान संगीत निर्माण का पावर हाऊस है। यह संस्थान संगीत शिक्षा का प्रमुख स्थान है। संगीत, गायन, वादन और नृत्य आदि भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। संगीत एक ऐसी विधा है जिसको भाषा और क्षेत्र में सीमित नहीं किया जा सकता है, वह इससे परे है। भातखण्डे जी का महाराष्ट्र से आकर उत्तर प्रदेश में संगीत संस्थान की स्थापना करना सिद्ध करता है कि संगीत भाषा और क्षेत्र के बंधन से मुक्त है। उन्होंने कहा कि संस्थान ने अनेकानेक बडे़ संगीतकार देश को दिये हैं तथा भारतीय संस्कृति की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम निरन्तर कर रहा है।
श्री नाईक ने कहा कि संगीत ने उत्तर प्रदेश को समृद्ध किया है। देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली है, आर्थिक राजधानी मुंबई है, धार्मिक राजधानी काशी है और कला की राजधानी लखनऊ है। रोज अलग-अलग प्रकार के कार्यक्रम यहाँ बराबर आयोजित होते रहते हैं। समाचार पत्रों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की खबरंे प्रमुखता से प्रकाशित होती हैं। संगीत मन, बुद्धि और स्वास्थ्य को ठीक रखता है।