बलिया: रिहाई मंच बलिया ने बिजनौर के कोतवाली अन्तर्गत गांव पैंदा में मुस्लिम लड़की के साथ छेड़छाड़ के बाद हुए साम्पर्दायिक हिंसा में छ: लोगों की हत्या के लिए अखिलेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया हैं.

रिहाई मंच बलिया के महासचिव बलवंत यादव ने कहा कि एक के बाद एक हो रहे मुसलमानों के नरसंहार सपा संघ के गठजोड. का परिणाम हैं . उन्होने कहा कि जिस तरह अखिलेश सरकार ने मुजफ्फरनगर के दोषियों को बचाया उससे सूबे मे दंगाईयों के हौसले बुलन्द हैं. अखिलेश सरकार जिस तरह मुस्लिम नरसंहारों को गोएबल्स शैली में ढ़ापने की कोशिश कर रही हैं वह उसके फासीवादी चरिञ को उजागर करता हैं उन्होने कहा कि अखिलेश सरकार का पौने पांच साल का कार्यकाल मौर्यों को मारकर गद्दी पर बैठने वाले पुष्य मिञ की तरह हैं जिस तरह पुष्यमिञ अपने शाषनकाल में बौद्धों का नरसंहार करवाया ठीक उसी तरह अखिलेश सरकार भी मुसलमानों का नरसंहार करवा रही हैं. उन्होने अखिलेश यादव को आधुनिक पुष्यमिञ बताया.

वहीं रिहाई मंच बलिया के नेता अतहर ने कहा कि अखिलेश सरकार घोर मुसलमान विरोधी सरकार है जिसका सबूत ५००० छोटे बड़े दंगे है. उन्होने कहा कि मुसलमान २०१७ चुनावों में सपा को वोट के ज़रिये जवाब देगी.