मुंबई: अरबपति अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) और एयरसेल ने बुधवार को अपने वायरलेस बिजनेस के विलय की घोषणा की. इस विलय के साथ सब्सक्राइबर बेस पर देश की तीसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी सामने आएगी.

भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में यह अब तक का सबसे बड़ा सौदा है. जानकारों का मानना है कि इस विलय से रिलायंस जियो की आक्रामक लॉन्च के बाद टेलीकॉम सेक्टर में और प्रतिस्पर्धा बढ़ने के पूरे आसार हैं. वायरलेस सब्सक्राइबर बेस पर रिलायंस कम्युनिकेशंस देश की चौथी सबसे बड़ी कंपनी है जिसके 9.87 करोड़ ग्राहक हैं जबकि एयरसेल इस मामले में 8.8 करोड़ ग्राहकों के साथ छठे स्थान पर है. विलय के बाद नई कंपनी तीसरे नंबर पर काबिज आइडिया को पीछे छोड़ देगी. फिलहाल भारती एयरटेल पहले और वोडाफोन दूसरे नंबर है.

एयरसेल के साथ विलय के सौदे का बहुस्वामित्व मलेशिया की मैक्सिस कम्युनिकेशंस के पास होगा जो रिलायंस कम्युनिकेशंस के एक्सेस को 3G एयरवेव्स तक विस्तारित करेगी. साथ ही कंपनी अपने पोर्टफोलियो में 4G क्षमता को भी शामिल करेगी. संयुक्त कंपनी में आरकॉम और मैक्सिस कम्युनिकेशंस दोनों के पास 50-50 फीसदी हिस्सेदारी होगी. दोनों कंपनियों को बोर्ड और समितियों में बराबर का प्रतिनिधित्व होगा.