मुंबई.: बहुचर्चित प्रीति राठी तेजाब मामले में दोषी अंकुर पंवार को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है. वर्ष 2013 में अंकुर ने प्रीति पर तेजाब फेंका था.

गौरतलब है कि मुंबई में भारतीय नौसेना में नर्स बनने के लिए पहुंची प्रीति राठी के चेहरे पर तेज़ाब फेंकने के मामले में उनके पड़ोसी अंकुर पंवार को कोर्ट ने दोषी करार दिया था. दिल्‍ली की निवासी 24 साल की प्रीति अपने पिता के साथ मुंबई पहुंची थी ताकि नेवी अस्पताल में नर्स के रूप में नौकरी शुरू कर सके. बांद्रा स्टेशन पर ही उसके कंधे पर किसी ने पीछे से छुआ था और जैसे ही वह पलटी, पीछे खड़ा शख्स उसके चेहरे पर तेज़ाब फेंककर भाग गया था. इस मामले में अंकुर को वारदात के करीब एक साल बाद गिरफ्तार किया गया था. अंकुर का परिवार दिल्ली में प्रीति के पड़ोस में रहता है.

पुलिस का कहना है कि अंकुर उसकी कामयाबी से जलता था और इस बात से दुखी था कि उसके परिवारवाले उसे बेरोज़गार होने के ताने देते वक्त प्रीति की कामयाबी के बारे में कहते रहते थे. इसलिए वह मुंबई आया, प्रीति पर तेज़ाब फेंका और दूसरी ट्रेन पकड़कर तुरंत ही वापस चला गया. तेज़ाब फेंके जाने के बाद प्रीति लगभग एक महीने तक गंभीर हालत में अस्पताल में रही, लेकिन फिर तेज़ाब से हुए जख्मों की वजह से उसने दम तोड़ दिया. तेज़ाब से उसका गला और फेफड़े बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए थे.