दो विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस कर जताया विरोध

लखनऊ। दयाशंकर सिंह के परिवार पर बीएसपी और पार्टी नेता नसीमुद्दीन सिद्दिकी के अभद्र भाषा के प्रयोग ने मायावती की पार्टी में ही विद्रोह पैदा कर दिया है। बीएसपी विधायक रोमी साहनी और बृजेश कुमार ने बागी तेवर दिखाए हैं। खबर हैं कि दोनों पार्टी छोड़ सकते हैं। रोमी साहनी लखीमपुर से विधायक हैं तो बृजेश हरदोई से। दयाशंकर सिंह के परिवार पर हुई टिप्पणियों से दोनों क्षुब्ध बताए जा रहे हैं।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बीएसपी से नेताओं के निकलने का जो दौर शुरू हुआ था, वह दयाशंकर प्रकरण के बाद और आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। रोमी साहनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बीएसपी नेताओं द्वारा दयाशंकर के परिवार पर की गई टिप्पणियों से वह परेशान हुए हैं। हालांकि उन्होंने दयाशंकर द्वारा मायावती पर की गई टिप्पणी को भी गलत ठहराया लेकिन उनका पूरा वकतव्य बीएसपी कार्यकर्ताओं की अभद्र भाषा पर ही रहा।
उन्होंने कहा कि हम बहन मायावती पर की गई टिप्पणी की निंदा करते हैं लेकिन इसके बाद प्रदर्शन में जो नारे लगाए गए। दयाशंकर की बेटी, मां, बहन को पेश करो, पेश करो के नारों से हमें आघात पहुंचा है। इस संकट की घड़ी में हम दोनों विधायक पूरी संवेदना परिवार के साथ रखते हैं। उन्होंने मायावती से आग्रह किया कि आज बाबा साहब और कांशीराम के सपनों को चकनाचूर करने का काम हो रहा है, वह उससे पार्टी को बचाएं।
रोमी साहनी ने कहा कि हम अपना दुख बीएसपी की मुखिया से दर्द साझा करना चाहते है। जिसकी वजह से हमें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। हम दोनों का दर्द ये है – दयाशंकर की टिप्पणी की विरोध करते है लेकिन विरोध में जो प्रदर्शन में नारे लगाए गए उन नारों से हमें बहुत आघात पहंचा है। हम विरोध करते है। दयासंकर की टिप्पणी का हम कड़ी निंदा करते है। हमारी पूरी संवेदना उस परिवरा के साथ है।
उन्होंने कहा कि हम तो अपनी मुखिया जिनको आदर्श मानते हैं उनसे कहना चाहते हैं कि चुनाव के लिए जिस तरह टिकट की खरीद फरोख्त का काम चल रहा है उससे बीएससी की बदनामी हो रही है। दो करोड़ से लेकर 10 करोड़ की वसूली की जा रही है। विधायकों से भी पैसे लिए जा रहे हैं। हम दोनों से भी पैसे मांगे गए। असमर्थता जाहिर करने पर किसी और को बेचने की धमकी दी गई। हमसे 6 जुलाई को मायावती के निवास के पर बुलाकर 5 करोड़ और 4 करोड़ रुपए की मांग की गई। उन्होंने दयाशंकर की बात को पुख्ता करते हुए कहा कि मायावती कैश में पैसे लेती हैं।
रोमी साहनी ने कहा कि अभी हम बीएसपी में हैं और रहेंगे। क्रॉस वोटिंग के आरोप पर रोमी ने कहा कि इसका सवाल ही पैदा नहीं होता, हमसे जो कहा गया था, हमने वही किया।