लखनऊ: प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने समाज के किसी भी क्षेत्र में अच्छा काम करने वालों को सम्मानित एवं प्रोत्साहित करने का काम किया है। राज्य के कलाकारों, कवियों, लेखकांे, नाटककारों तथा खिलाड़ियों आदि को समय-समय पर प्रदेश सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाता है। इसी कड़ी में प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले वैज्ञानिकों, युवा वैज्ञानिकों, बाल वैज्ञानिकों, विज्ञान शिक्षकों, विज्ञान छात्र-छात्राओं और किसान-मजदूर, नव अन्वेषकों विज्ञान के क्षेत्र में अच्छा काम करने वालों को भी सम्मानित करने का कार्य किया जा रहा है।
यह विचार आज प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0प्र0 लखनऊ में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने विज्ञान गौरव सम्मान की धनराशि को 01 लाख रुपये से बढ़ाकर 05 लाख रुपये, विज्ञान रत्न सम्मान की धनराशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये, यंग साइंटिस्ट सम्मान की धनराशि 25 हजार रुपये से बढ़ाकर
01 लाख रुपये, बाल वैज्ञानिक सम्मान, विज्ञान शिक्षक सम्मान एवं नवअन्वेषक सम्मान (किसान मजदूर पुरस्कार) की धनराशि 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये तथा अभिनव प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों के लिए 10-10 हजार रुपये की धनराशि के साथ सम्मान पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किया जायेगा।
श्री राय ने कहा कि जनपद कानपुर में एक विज्ञान पार्क की स्थापना की जायेगी। साथ ही इटावा तथा बलिया में एक-एक मिनी साइंस पार्क भी स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क तथा गोमती रिवरफ्रण्ट पर जल्द ही टेलिस्कोप के द्वारा खगोल विज्ञान की गतिविधियां चालू की जायंेगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री हिमांशु कुमार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के निदेशक डाॅ0 एम0के0जे0 सिद्दीकी उपस्थित थे।