छात्रों को सीखने के अवसर और अन्वेषण कार्यो की जानकारी भी हासिल हो रही है – डॉ0 जी0के0 गोस्वामी

लखनऊ
उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फरेंसिक साइन्स लखनऊ के बेलेस्टिक संकाय के छात्रों ने आईआईटी दिल्ली के बेलेस्टिक लैब में फोरेन्सिक की बारीकियों को सीखा।

उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट आफ फारेन्सिक के निदेशक डॉ0 जीके गोस्वामी ने बताया कि यूपीएसआईएफएस का एक छात्र दल एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण हेतु 10 मई 2024 को आईआईटी दिल्ली गया था। आईआईटी दिल्ली के बेलेस्टिक एन्ड आर्मर टेस्टिंग लैब एवं रेनोवेशन पार्क में यूपीएसआईएफएस के छात्रों ने बैलेस्टिक विषय से संबंधित बाडी आर्मर , हेलमेट एवं बुलेटप्रुफ मेटेरियल का अध्ययन किया। बच्चों ने लैब में होने वाले शोध कार्यों को गहनता से जाना तथा लैब में मशीनों के प्रयोग को भी समझा। यूपीएसआईएफएस के बच्चों को वहां एआई के साथ नए स्टार्टअप दिखाए। अलग-अलग मशीनें, उपकरण और उनकी कार्यप्रणाली सहित रोबोट, ड्रोन से संबंधित विषयों पर भी जानकारी हासिल किया।

डॉ0 गोस्वामी ने बताया कि पूर्व में विभिन्न संस्थानों से हुए एमओयू का लाभ छात्रों को मिल रहा है जिस कारण बच्चों को निरन्तर कुछ नया सीखने के अवसर और नये-नये अन्वेषण कार्यो की जानकारी भी हासिल हो रही है। उन्होंने बताया कि यूपीएसआईएफएस के छात्र दल का नेतृत्व वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री चन्द्र मोहन सिंह द्वारा किया गया जिन्हें आईआईटी दिल्ली के विषय विशेषज्ञ डॉ0 नरेश भटनागर एवं डॉ0 हेमन्त चौहान द्वारा बेलेस्टिक विषय से संबंधित विभिन्न जानकारियों से लाभान्वित किया गया।