सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में से एक बैंक आफ बड़ौदा ने वित्त वर्ष 2024 में 17789 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो वित्त वर्ष 2023 के 14110 करोड़ रुपये के मुकाबले 26.1 फीसदी अधिक है।

शुक्रवार को बैंक आफ बड़ौदा ने 31 मार्च 2024 को समाप्त तिमाही व वित्त वर्ष के वित्तीय परिणामों की घोषणा की। बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री देबदत्त चांद ने बताया कि वित्त वर्ष 2024 में वैश्विक व्यवसाय 11.2 फीसदी बढ़कर 2417464 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ वर्ष दर वर्ष आधार पर 2.3 फीसदी बढ़कर 4886 करोड़ रुपये हो गया। रिटर्न आन असेट (आरओए) वित्त वर्ष 24 में 14 अंक बढ़कर 1.17 फीसदी जबकि रिटर्न आन इक्विटी (आरओई) 61 अंक बढ़कर 18.95 फीसदी हो गया है। उन्होंने बताया कि बैंक की लाभप्रदता को परिचालन आय में हुयी स्वस्थ वृद्धि का सहयोग मिला है जो कि वित्त वर्ष 24 में वर्ष दर वर्ष आधार पर 15,3 फीसदी बढ़कर 30965 करोड़ रुपये हो गयी है। वित्त वर्ष 2024 में गैर ब्याज आय में वर्ष दर वर्ष आधार पर 44.6 फीसदी वृद्धि होकर यह 14495 करोड़ रुपये हो गयी है।

श्री चांद ने बताया कि बैंक आफ बड़ौदा की परिसंपत्तियों की गुणवत्ता में सुधार दर्ज हुआ है और सकल एनपीए (जीएनपीए) वर्ष दर वर्ष आधार पर 87 आधार अंक घटकर 2.9 फीसदी हो गया जो कि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 3.79 फीसदी था। वहीं बैंक का शुद्ध एनपीए वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 0.68 फीसदी रह गया है जोकि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 0.89 फीसदी था। बैंक की ऋण लागत एक फीसदी से भी कम रहते हुए वित्त वर्ष 24 में 0.67 फीसदी और चौथी तिमाही में 0.57 फीसदी रही है।

बैंक के वैश्विक अग्रिमों ने वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में वर्ष दर वर्ष आधार पर 12.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। बैंक वाहन ऋण में 23.8 फीसदी, आवास ऋणों में 14.1 फीसदी, वैयक्तिक ऋणों में 51.6 फीसदी तो शैक्षिक ऋण में 19.6 फीसदी की वृद्धि हुयी है।