लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सांसद केशव प्रसाद मौर्य ने बसपा सुप्रीमों के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरफ बसपा सुप्रीमों जवाहर बाग कांण्ड की जांच के लिए सीबीआई जांच की मांग कर रही है। दूसरी तरफ केन्द्र सरकार पर सीबीआई का दुरूपयोग का आरोप लगा रही है यह दोनों ही बाते परस्पर विरोधी है जो उनके आरोप को थोथा तथा मनगढ़त साबित करता है।
भाजपा अध्यक्ष ने बसपा सुप्रीमों पर प्रदेश की समाजवादी पार्टी से अन्दुरूनी साठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमों द्वारा सपा के गुण्डों को जेल में डालने वाला बयान खोखला साबित हो चुका है। प्रदेश में 2007 से 2012 तक बसपा की सरकार रही थी 2007 में भी बसपा ने प्रदेश की जनता से यही वादा किया था, लेकिन पूरे 5 वर्ष के कार्यकाल में न तो सपा के गुंडो का मायावती जी ने जेल में डाला न ही सपा के भ्रष्टाचार की कोई जांच कराई।
श्री मौर्य ने आरोप लगाया कि वहीं समझौता सपा-बसपा के बीच आज भी जीवंत है। समाजवादी पार्टी ने भी 2012 में प्रदेश की जनता से बसपा के भ्रष्टाचार की जांच कराने और उन्हें जेल में डालने का बात कही थी परन्तु श्रीमान अखिलेश यादव की सरकार ने बसपा की लूट पर पर्दा डालने का कार्य किया, जेल तो दूर उन्होंने बसपा के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की जांच तक नहीं कराई।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में गुंड़ई और भ्रष्टाचार दोनों को सपा-बसपा दोनों का संरक्षण है जो प्रदेश की जनता के सामने पूरी तौर पर साफ है।