लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने जूनियर डाक्टरों की हड़ताल के कारण कई लोगों की हुई मृत्यु के बारे में समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का संज्ञान लेते हुए चिकित्सकों से अपील की है कि जनहित में चिकित्सीय कार्य को प्रभावित न होने दें। चिकित्सकों का प्रथम कर्तव्य है कि वे रोगियों का उपचार करें। चिकित्सीय देखरेख के लिये उपलब्ध न होने के कारण रोगी की मृत्यु होना दुर्भाग्यपूर्ण और मानवता के लिये दुःखद है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक समुदाय जनहित को ध्यान में रखते हुए हड़ताल पर पुनर्विचार करें।
श्री नाईक ने कहा कि हड़ताल को वापस लेते हुए संवैधानिक तरीके से वार्ता के जरिये हर समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को भी पत्र भेजकर कहा है कि मामले का निदान करने हेतु अपने स्तर से प्रयास करें।
ज्ञातव्य है कि गत 29 मई रात को चिकित्सा छात्रों के एक दल ने राज्यपाल से भेंट की थी और राज्यपाल ने तत्काल मुख्यमंत्री से फोन पर वार्ता करके उन्हें समय देने की बात कही थी। उसके अनुसार छात्रों की दूसरे दिन 30 मई सुबह को मुख्यमंत्री से वार्ता भी हुई थी।