लखनऊ :मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा आज प्रस्तुत बजट को उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री ने जनविरोधी, किसान विरोधी एवं निराशाजनक बताते हुए कहा कि यह बजट पूरी तरह असंतुलित है। सरकार ने इस वर्ष को कृषि वर्ष घोषित किया है लेकिन किसानों को किसी प्रकार का आर्थिक लाभ पहुंचाने की कोई योजनाएं नहीं दी है उन्हें धान, गेहूं तथा गन्ने सहित किसी  भी उपज का उचित मूल्य आज भी नहीं मिल पा रहा है और इस बजट मंे ऐसा कोई भी प्र्रस्ताव नहीं है जिससे उन्हें राहत मिले। क्षेत्रीय विकास का उनका वादा फिर अधूरा है क्योंकि पूर्वांचल तथा बुन्देलखण्ड के विकास के लिए अपर्याप्त धनराशि आवंटित की गयी है।

डाॅ0 खत्री ने कहा कि बजट में औद्योगिकीकरण, चिकित्सा, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार के लिए किसी प्रकार का कोई भी पर्याप्त प्राविधान नहीं किया गया है। यह अत्यधिक कष्ट की बात है कि जब समाजवादी पार्टी सरकार में आयी थी उस समय उ0प्र0 की विकास दर 6.2 प्रतिशत थी आज वह गिरकर मात्र 5 प्रतिशत ही रह गयी है। 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुफ्त सिंचाई योजना के लिए आवंटित धन, महिलाओं के लिए, वृद्धों के लिए तथा महिला उत्पीड़न को रोकने के लिए किये गये प्रावधान नाकाफी है। बजट में 2100 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य हास्यास्पद है क्येांकि पिछले तीन वर्षों में एक मेगावाट भी अतिरिक्त बिजली का उत्पादन नहीं हो पाया है। पिछले बजट में सरकार ने दिसम्बर 2014 तक तीन परियोजनाओं (ललितपुर, करछना आदि)  को क्रियान्वित करने का लक्ष्य रखा था जो आज तक पूर्ण नहीं हो सका है। 

डाॅ0 खत्री ने कहा कि बजट में प्रदेश से स्लम को हटाने के लिए तो प्राविधान किया गया है लेकिन उनको पुर्नस्थापित करने के लिए कोई भी योजना का प्रस्ताव नहीं किया गया है। लोहिया आवास योजना के लिए आवंटित धनराशि भी अपर्याप्त है।