नई दिल्ली। पेट्रोलियम मंत्रालय में जासूसी मामले में एक नया खुलासा और हुआ है। खुलासे के मुताबिक वित्त मंत्री के बजट भाषण से संबंधित दस्तावेज भी लीक किए गए हैं। एक टीवी चैनल ने अपने पास एफआईआर होने का दावा किया है। एफआईआर के मुताबिक जासूसी केवल पेट्रोलियम मंत्रालय में ही नहीं की गई, बल्कि कोयला और ऊर् जा मंत्रालय के दस्तावेज भी लीक हुए हैं। मासिक गैस रिपोर्ट भी लीक की गई है। केंद्रीय वित्त बजट 28 फरवरी को वित्तमंत्री अरूण जेटली द्वारा संसद में पेश किया जाएगा। 

पुलिस ने ऊर्जा कंपनियों, तेल कंपनियों और कंस्लटेंटो को जानकारी लीक करने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही रिलायंस, अनिल धीरूभाई अं बानी ग्रुप, एस्सार और कैरन के प्रतिनिधियों से भी पूछताछ की गई। पुलिस ने गुरूवार को इस मामले से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद शुक्रवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया. 

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार शांतनु सैकिया मंत्रालय से दस्तावेज चुराने वाले कर्मचारियों और दस्तावेजों को खरीदने वाले कॉर्पोरेट के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाते थे। सैकिया कर्मचारियों से 10-12 हजार रूपयों में ये दस्तावेज खरीदते थे और फिर ऊंची कीमतों में बिजनेस घरानों को बेचते थे। सैकिया के अलावा मेलबर्न बेस्ड गैस कंसल्टेंसी फर्म के सीईओ प्रयास जैन को भी गिरफ्तार किया गया है।