मेलबर्न : पाकिस्तान के खिलाफ भारत के पहले विश्व कप मैच में अच्छे प्रदर्शन के बाद उत्साह से लबरेज ऑलराउंडर सुरेश रैना आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में हो रहे मौजूदा टूर्नामेंट में 2011 विश्व कप के हीरो युवराज सिंह के प्रदर्शन को दोहराना चाहते हैं।

पाकिस्तान के खिलाफ चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए रैना ने 56 गेंद में 74 रन से पारी खेली जिससे भारत पूल बी के अपने पहले मैच में एडिलेड में रविवार को 76 रन से जीत दर्ज करने में सफल रहा। अपनी इस पारी पर बात करते हुए 28 वर्षीय रैना ने अपनी सफलता का श्रेय 2011 विश्व कप के मैन ऑफ द टूर्नामेंट युवराज सिंह और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को दिया।

रैना ने ‘बीसीसीआई.टीवी’ से कहा, आपको अपनी सहज प्रवृत्ति के अनुसार चलना होता है जो मैंने युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी से सीखा। मैंने हमेशा निचले क्रम में बल्लेबाजी की और पिछले विश्व कप में जब मैं अधिकांश मैच नहीं खेल पाया तो मैंने युवी पर गौर किया और देखा कि वह कैसे टीम के लिए मैच को अंजाम तक पहुंचाता है। उन्होंने कहा, मैं मौजूदा विश्व कप में युवराज की भूमिका निभाना चाहता हूं। मैं अच्छा क्षेत्ररक्षण, गेंदबाजी और बल्लेबाजी करना चाहता हूं।

रैना ने कहा, मैं जरूरत पड़ने पर दबदबा बनाने की कोशिश करूंगा और साथ ही स्ट्राइक रोटेट करके और दूसरे छोर पर अपने साझेदार का साथ निभाकर समझदारी भरा क्रिकेट खेलूंगा। रैना ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ जीत ने भारत के लिए संजीवनी का काम किया है जिसे विश्व कप से पूर्व आस्ट्रेलिया में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

उन्होंने कहा, पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला हमेशा से दबाव वाला होता है। पाकिस्तान के खिलाफ खेलना अलग अहसास होता है। यह मेरा दूसरा विश्व कप है और पाकिस्तान के खिलाफ दूसरा विश्व कप मुकाबला। हम 2011 में जीतने में सफल रहे और अब हम 2015 में उनके खिलाफ खेले और दोबारा जीतने में सफल रहे। रैना ने कहा, उम्मीद करता हूं कि हम उनके खिलाफ इस रिकार्ड को बरकरार रखेंगे। हमें इस विश्व कप में उस तरह की शुरुआत मिली जिसकी हम उम्मीद कर रहे थे। उम्मीद करता हूं कि आगामी मैचों में हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे।