मुख्यमंत्री ने दैनिक अखबार ‘अवामी सालार’ के विशेषांक का विमोचन किया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हिन्दी-उर्दू एक साथ विकसित होने वाली भाषाएं हैं। इन दोनों से प्रदेश की गंगा-जमुनी तहजीब को मजबूती मिली है। उन्होंने इस परम्परा को आगे बढ़ाने के लिए हिन्दी-उर्दू दैनिक ‘अवामी सालार’ की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाचार पत्र के प्रयासों से समाज में भाईचारा बढ़ाने में मदद मिली है। समाज के अधिकांश लोग हिन्दी-उर्दू को एक साथ विकसित होते हुए देखना चाहते हैं। 

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर हिन्दी-उर्दू दैनिक अखबार ‘अवामी सालार’ का एक वर्ष पूरा होने पर प्रकाशित विशेषांक का विमोचन करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। आजादी की लड़ाई में समाचार पत्रों की भूमिका की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उस दौरान जनता तक अपनी बात पहुंचाने का अन्य कोई माध्यम न होने के कारण अधिकांश बड़े नेता पत्रकार की भूमिका भी बखूबी निभाते थे। सोशल एवं इलेक्ट्राॅनिक्स मीडिया के वर्तमान युग में समाचार पत्र निकालना कठिन कार्य है। कोई घटना घटित होने के एक दिन बाद ही समाचार पत्र लोगों के बीच पहुंच पाता है, तब तक आधुनिक संसाधनों के माध्यम से खबर जनता के बीच पहुंच जाती है। ऐसे में अपनी विश्वसनीयता एवं पठनीयता बनाए रखने के लिए प्रिन्ट मीडिया को काफी संघर्ष करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि उर्दू पत्रकारिता में कुशल लोगों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव मदद उपलब्ध कराएगी।

श्री यादव ने मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ बताते हुए कहा कि समाचारों का समाज पर काफी असर पड़ता है। कई बार ऐसी खबरें सरकार की जानकारी में मीडिया द्वारा लाई जाती हैं, जो स्वाभाविक तौर पर सिस्टम  द्वारा संज्ञान में लाई जानी चाहिए। जब भी जनहित से जुड़े किसी मसले पर मीडिया द्वारा ध्यान आकृष्ट कराया जाता है, तो सरकार उसको तत्काल संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही करती है। मुजफ्फरनगर की घटना में राज्य सरकार की त्वरित कार्रवाई और पीडि़तों की मदद के बारे में श्री ज़फरयाब जीलानी द्वारा की गई प्रशंसा के क्रम में उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार ऐसी घटनाएं अपने प्रदेश में नहीं होने देना चाहती। इस घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के संज्ञान में आने के बाद इस प्रकरण के सम्बन्ध में तत्परता से हर सम्भव कदम उठाए गए। समाज में तमाम अच्छे लोगों के बीच कुछ ऐसी भी ताकतें है, जो विविध ढंग से वैमनस्य पैदा करने की फिराक में लगी रहती हैं। ऐसी ताकतों से सभी को मिलकर संघर्ष करने का प्रयास करना चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की ताकत ही सबसे बड़ी शक्ति होती है। हाल ही में सम्पन्न दिल्ली के विधान सभा चुनाव एवं अन्य कई अवसरों पर यह बात सिद्ध हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम का भाईचारा कई सौ वर्षों पुराना है, जिसको विघटनकारी ताकतें तमाम प्रयासों के बावजूद भी नहीं तोड़ सकीं। राज्य सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि सभी वर्गों को आच्छादित करने के लिए ही इतने बड़े पैमाने पर ‘समाजवादी पेंशन योजना’ शुरु की गई, जिसके माध्यम से 40 लाख परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है। इसी तरह से उर्दू भाषा को रोजी-रोटी से जोड़ने के लिए भी काम किया गया है। विगत तीन वर्षों में शिक्षा सहित अन्य सभी क्षेत्रों में गम्भीरता से प्रयास करते हुए पूरे प्रदेश के आर्थिक एवं सामाजिक तरक्की के लिए काम किया गया है। उन्होंने ‘अवामी सालार’ ईनामी कूपन के दो विजेताओं को उमरे पर मक्का-मदीना भेजने के लिए प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया।