लखनऊ। मुजफ्फरनगर सिविल लाइंस में आज एडीजे कोर्ट परिसर दिन में ही ताबड़तोड़ गोलियों से गूंज उठा। गैंगवार के तहत कोर्ट प्रांगण में अपराधी विक्की त्यागी पर एक युवक ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस अभी मौत की पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों का मानना है कि करीब एक दर्जन गोलियां लगने के बाद विक्की ने मौके पर ही दम तोड़ दिया है। इसके बाद फायरिंग करने वाले युवक ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

मुजफ्फरनगर में आज करीब ढाई बजे विक्की त्यागी को कोटद्वार जेल से पेशी पर कचहरी लाया गया था। पुलिस उसे कोर्ट नंबर दस पर लेकर पहुंची। इसी दौरान वकील के वेश में सरदार कोर्ट के अंदर पहुंचा और पिस्टल से विक्की त्यागी पर ताबड़तोड़ 12 गोलियां बरसा दीं। विक्की की मौके पर ही मौत हो गई। कोर्ट में गोलियां चलती देख भगदड़ मच गई। 12 गोली मारने के बाद हमलावर पिस्टल में दूसरी मैगजीन लगा रहा था तभी लोगों की मदद से पुलिस ने उसे दबोच लिया। विक्की त्यागी पर लूट, कत्ल व रंगदारी के दर्जनों मुकदमे दर्ज थे। विक्की त्यागी वेस्ट यूपी का शार्प शूटर था। उसने अपना गैंग भी बना रखा था। बदमाश का इस कदर आतंक था कि पुलिस भी सामना करने से थर्राती थी। बीते माह मुजफ्फरनगर जेल में सिपाही चुन्नी लाल की हत्या भी विक्की त्यागी ने ही कराई थी। कोर्ट में हत्या के बाद पूरी कचहरी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस अफसर हमलावर से पूछताछ में जुटे हैं। विक्की त्यागी के शव को आनन-फानन में मोर्चरी भेज दिया गया है।

हत्यारोपी ब्रजवीर ने बताया कि विक्की त्यागी को मारकर उसने अपने चाचा उदयवीर के कत्ल का बदला लिया है। गौरतलब है कि गैंगवार के चलते विक्की त्यागी ने उदयवीर तथा उसके परिवार के छह लोगों की ट्रक से कुचलवाकर हत्या की थी। विक्की त्यागी की हत्या के बाद उसके गैंग की कमान उसकी पत्नी मीनू त्यागी के हाथों में आ जाएगी।